तहफ़्फुज़ात मसला पर मुस्लिम तंज़ीम का कांग्रेस को अल्टीमेटम

लखनऊ 25 अक्टूबर( एजैंसीज़ पी टी आई) मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक ने सयासी पार्टीयों को पार्लीमैंट के आइन्दा सरमाई इजलास के दौरान तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के मसला पर अल्टीमेटम दे दिया है ।

तंज़ीम ने इंतिबाह दिया है कि आइन्दा असेम्ब्ली इंतिख़ाबात के दौरान सयासी पार्टीयों के इंतिख़ाबी इमकानात को मुतास्सिर करने केलिए एहतिजाज में शिद्दत पैदा की जाएगी ।

मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक मुस्लिम दानिश्वरों और उलमाए दीन की एक तंज़ीम है जिस ने मुमताज़ पोस्ट ग्रैजूएट कॉलिज में अपनी तीसरी इलाक़ाई कान्फ़्रैंस के दौरान कांग्रेस को इंतिबाह दिया ।

जबकि ऐसा मालूम होताहै कि बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ इस का रवैय्या नरम है। मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक के कन्वीनर ज़फ़रयाब जीलानी ने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी की ज़िम्मेदारी है कि आइन्दा सरमाई इजलास में मुस्लमानों के लिए तहफ़्फुज़ात का मसला पार्लीमैंट में उठाई।

हम बी एस पी की सरबराह मायावती के मशकूर हैं जिन्हों ने इस सिलसिला में वज़ीर-ए-आज़म को एक मकतूब रवाना किया है। सयासी पार्टीयों से अपने मुतालिबात की जवाब में मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक को समाजवादी पार्टी के सरबराह मुलाइम सिंह यादव का एक ताईदी मकतूब हासिल हुआ और रुकन पार्लीमैंट शफ़ीक़ अलरहमन बर्क़ ने कान्फ़्रैंस में शिरकत की ।

कांग्रेस रुकन पार्लीमैंट मुहम्मद अदीब भी कान्फ़्रैंस में मौजूद थे । उन्हों ने हाज़िरीन पर ज़ोर दिया कि वो डसमबर तक सब्र-ओ-तहम्मुल इख़तियार करें । ज़फ़रयाब जीलानी ने कहा कि डसमबर तक सरमाई इजलास ख़तन होजाएगा । इस लिए हमें नताइज चाहीए क्योंकि हम काफ़ी तवील अर्सा इंतिज़ार कर चुके हैं ।

कांग्रेसी रुकन पार्लीमैंट मुहम्मद अदीब ने कहा कि अगर इन का मुतालिबा डसमबर तक मंज़ूर ना किया जाय तो वो वोट तलब करने नहीं आयेंगे । मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक का बुनियादी मुतालिबा सदारती हुक्मनामा 1950-ए-में तरमीम शामिल करने है जो दस्तूर हिंद की दफ़ा 341 के तहत हो ।

इस तरह दलित मुस्लमानों को तहफ़्फुज़ात और दीगर सहूलतों का मुस्तहिक़ क़रार दिया जा सकता है जो दलित हिन्दुओ बुध मत पैरों और सिखों को हासिल हैं । नई दिल्ली से पी टी आई की इत्तिला के बमूजब कांग्रेस ने आज मुस्लमानों केलिए तहफ़्फुज़ात के मुतालिबा पर मुहतात रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि ये एक हस्सास मुआमला है ताहम तीक़न दिया कि हुकूमत रोज़गार और तालीम में मुस्लमानों की समाजी और मआशी पसमांदगी की बुनियाद पर मुस्लमानों की तहफ़्फुज़ात मैं शराकतदारी को और हुकूमत में शराकतदारी को यक़ीनी बनाएगी ।

पार्टी के तर्जुमान राशिद अलवी ने कहा कि कांग्रेस इस नतीजा पर पहुंची है कि मुस्लमान तवील मुद्दत से तहफ़्फुज़ात का मुतालिबा करते आरहे हैं फ़िलहाल हुकूमत जो फ़ैसला ले चुकी है इस का इन्किशाफ़ नहीं किया जाएगा ।

वो इन सवालात का जवाब दे रहे थे कि क्या कांग्रेस ने मुस्लमानों को बहैसीयत तबक़ा तहफ़्फुज़ात के मसला पर अपना ज़हन बना लिया है । इस याददेहानी पर कि कांग्रेस के इंतिख़ाबी मंशूर में मुस्लमानों के लिए भी केराला कर्नाटक और आंधरा प्रदेश के ख़ुतूत पर तहफ़्फुज़ात का नमूना इख़तियार किया जाएगा ।

राशिद अलवी ने सिर्फ ये कहा कि हम ने कई तीक़नात इंतिख़ाबी मंशूर में दिए हैं और ये भी इन में से एक है। हम हमारे इंतिख़ाबी मंशूर पर अमल आवरी के पाबंद हैं । उन्हों ने कहा कि यू पी ए हुकूमत ने अक़ल्लीयती बहबूद केलिए कई इक़दामात किए हैं और तलबा के लिए स्कालरशिपस उसी सिम्त एक बड़ी पेशरफ़त है।