आगरा: आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के ख्यालात की तरफ झुकाव रखने वाले 6 वकीलों ने आगरा शहर के सिविल कोर्ट में दावा किया है कि जहां ताजमहल है वहां पहले एक शिव मंदिर था. यह नहीं, कोर्ट में इन वकीलों ने विनती की है कि ताजमहल से सभी कब्रों को हटाया जाए. इसके साथ ही मांग की गई है कि यहां मुसलमनओं को इबादत करने से रोका जाए और हिन्दुओं को भागवान शिव की पूजा की इज़ाज़त दी जाए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन वकीलों ने कोर्ट में कहा है कि जहां आज की तारीख में ताज की इमारत है वहां हिन्दू पूजा करते रहे हैं. इस दरखास्त में दावा किया गया है कि कदीम जमाने में ताज की जगह पर भगवान अगरेश्वर महादेव नागनाथेश्वर का मंदिर का था. ऐसे में ताज की प्रापर्टी इसी मंदिर की है.