तातील के बाद इमारते शरिया के दफ्तर में कामों का आगाज

फुलवारीशरीफ : रमज़ान और ईद उल फ़ितर की तातील के बाद आज इमारते शरिया के तमाम दफातिर खुल गए हैं और मामूल के कामों का आगाज हो गया है। 18 रमज़ान से 9 शव्वाल तक इमारते शरिया के दफातिर में तातील रहती है। दफातिर खुलने के पहले दिन आज सुबह दस बजे मजलिस निजामत की एक मीटिंग नजीमे इमारते शरिया मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी की सदारत में मुनक्कीद की गयी, जिसमें रोज़ सराह के कामों की ताल्लुक से अहम अमूर तय किए गए, इस के इलावा इमारते शरिया बिहार, उड़ीसा, झारखंड हमारी मिल्ली ज़िंदगी के रोशन अलामत और इज़्तेमाई ज़िंदगी की अमली शक्ल है। 19 श्व्वाल 1339 हिजरी मुताबिक 21 जून 1921 ई॰ के इस का क़याम अमल में आया। उस वक़्त से आज तक इस ने हर नाज़ुक मौके पर मिल्लत की सही रहनुमाई का फरजिया अंजाम दिया है। चुनांचे मजलिस निजामत की मीटिंग में इत्तिफ़ाक़ राए से तय हुआ की यौमे तासीस की मुनासिबत से 19 श्व्वाल 1434 हिजरी मुताबिक 5 अगस्त 2015 रोज़ बुध बवक़्त 10 बजे दिन बमुकाम अलमुहादुल अला हॉल इमारते शरिया फुलवारीशरीफ पटना एक इजलास जेरे सदारत हज़रत अमीर शरीयत मौलाना सैयद निज़ामुद्दीन साहब मुनक्कीद होगा। जिसमें बहैसियत मेहमान खुसुसि नायब अमीरे शरीयत बिहार, उड़ीसा व झारखंड के हज़रत मौलाना सैयद मोहम्मद वाली रहमानी साहब का कलिदी खिताब होगा। इस मौके पर दीगर मुमताज़ ओलमाये किराम दानिश्वर हाजरात भी असर हाजिर में इमारते शरिया की मनुवियत, एहकाम इस्लाम के उजरा व नफाज, आयनि हुकुक का तहफ्फुज, निज़ाम ए फ़जा की वसीयत और उम्मत के मुखतलिफ़ मकातिब फिकरो ख्याल के दरमियान कलमा तैयब की बुनियाद पर इत्तिहाद पैदा करने जैसे मौजूआत व दीगर अहम मिल्ली मसायल पर खिताब फरमायेगे। नाज़िम इमारते शरिया मौलाना अनिसुर्रहमान कासमी ने तमाम लोगों से दरख्वास्त की है की ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में इजलास में शरीक होकर ओलमा दानिश्वरान के खिताब से फाइदा उठाएँ। आज की मीटिंग का आगाज मौलाना सैयद आदिल फरीदी की तिलावत कलाम पाक से हुआ।