तालीमी फ़ीस की अदायगी में ताख़ीर का शाख़साना

आरमोर मंडल और ज़िला निज़ाम आबाद से ताल्लुक़ रखने वाले और वो तमाम ही इकलेती तलबा जो मुख़्तलिफ़ अज़ला से ताल्लुक़ रखते हैं जो के ज़िला करीमनगर जगत्याल मंडल में वाक़्य डाक्टर वे।आर।के कॉलेज आफ़ इंजीनिरिंग में साल 2008 ता 2012 का अपना तालीमी दूर मुकम्मल करचुके हैं मगर उन की फीस अभी तक अदा नहीं की गई जिस की वजहा से ये कामयाब तलबा अपने दस्तावेज़ात(सटीफिकाटे) से महरूम हैं,अभी तक उन्हें उन के दस्तावेज़ात(सटीफिकाटे) मौसूल(मिले) नहीं हुए हैं,जब के दीगर तबकों से ताल्लुक़ रखने वाले(बी।सीबी।सी ।ई इस ।टीइस।सी)और आंधरा प्रदेश के तमाम ही कॉलेज के तलबा को उन के दस्तावेज़ात(सटीफिकाटे) मौसूल(मिलगए) हैं।

मगर यही कॉलेज के कामयाब इकलेती तलबा को उन की फीस अदा ना होने पर उन के हक़ से महरूम रखा गया है।आख़िर कौन है इस का ज़िम्मेदार जिस की वजहा से उन तालिब इलमों को परेशानियों और मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है,जब के इन तलबा की इन के तालीमी दौर में कई बार जानकारी हासिल की गई और ज़िला कलैक्टर से भी इस बारे में नुमाइंदगी की गई थी और उन तालिब-ए-इलमों ने इस मसले के हल केलिए हज हाओज़ हैदराबाद में जनाब इलियास रिज़वी से भी रुजू हुए थे मगर वहां पर भी इन को इंसाफ़ ना मिल सका ।

ऐसे मे या तलबा करें तो क्या करें कौन है इन का हमदरद और मददगार जो उन की मुस्तक़बिल की राहें हमवार कर सके।तफ़सीलात के बमूजब जनाब अबदुलहमीद(मेनारेटी ई ।डी ,करीमनगर )और कॉलेज मैनिजमंट के दरमयान इख़तेलाफ़ात की बिना पर तमाम तलबा को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

तेहाज़ा तमाम तलबा और ओलयाइ तलबा का हुकूमत से और कलैक्टर करीमनगर मुहतरमा सबीता सभरवाल से भी मुतातेबा किया गया है के इस संगीन मसले पर फ़ौरी तौर पर ग़ौर वफ़कर करें और तलबा को इन का हक़ दिया जाय और उन के मुस्तक़बिल को नुक़्सान होने से बचाया जाय।