नई दिल्ली, 22 फ़रवरी: एन सी पी ने आज मुतालिबा किया कि महाराष्ट्रा में तीन नाबालिग़ बहनों की इस्मत रेज़ि और क़त्ल करने वालों को सज़ाए मौत दी जाये, और ख़वातीन के लिए ख़िलाफ़ जराइम के बारे में क़ानूनसाज़ी की आजिलाना मंज़ूरी पर ज़ोर दिया। मर्कज़ी वज़ीर भारी सनअतें-ओ-एन सी पी क़ाइद पराफ़ल पटेल ने ऐवान पार्लियामेंट के बाहर प्रेस कान्फ़्रेंस के दौरान कहा कि ये नाक़ाबिल-ए-क़बूल है।
हम सब के सर श्रम से झुक गए हैं। ख़ातियों को सज़ाए मौत से कम सज़ा नहीं दी जानी चाहीए। वो महाराष्ट्रा के ज़िला भंडारा में तीन नाबालिग़ बहनों की चंद दिन पहले इस्मत रेज़ि और क़त्ल के वाक़िया का हवाला दे रहे थे। मुख़्तलिफ़ सयासी पार्टियों के दरमियान इख़तिलाफ़ात के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मसले से निमटने के लिए सख़्त क़वानीन ज़रूरी है।
क़ानून की चंद दफ़आत के बारे में चंद सयासी पार्टियों को इख़तिलाफ़ है। उन्होंने कहा कि ये काम इत्तिफ़ाक़ राय से होना चाहिए। दिल्ली में जो कुछ हो चुका है इस के बाद पूरी क़ौम का शऊर नए हक़ायक़ के सिलसिले में बेदार हो चुका है। सयासी पार्टियों की जानिब से क़ानून की चंद दफ़आत पर एतराज़ के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि तरमीमात के बाद नया बिल मंज़ूरी के लिए पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वो नहीं समझ सकते कि लोग मसाइल पर उलझन क्यों पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वज़ीरे ख़ारजा सलमान ख़ुरशीद मुख़्तलिफ़ सयासी पार्टियों अवामी कारकुनों और दीगर अफ़राद से उन की राय हासिल कर रहे हैं।