पटना. १० नवंबर (पीटीआई) तीसरे सयासी मुतबादिल (Substitute/स्थानापन्न) को ज़रूरी क़रार देते हुए सी पी आई एम एल ने आज दावा किया कि इस अमल का बिहार से आग़ाज़ होगा।
ऐसी हम ख़याल सयासी पार्टीयां यहीं से इसका आग़ाज़ करेंगी ताकि मुल्क में पालिसी तबदीलीयां लाई जा सकीं। पार्टी के एक जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए जनरल सेक्रेटरी सी पी आई एम एल दीपांकर भट्टाचार्य ने इल्ज़ाम आइद किया कि यू पी ए और बी जे पी ज़ेर-ए-क़ियादत एन डी ए दोनों करप्शन में गर्दन तक ग़र्क़ हैं।
चुनांचे दोनों का एक तीसरा बेहतर मुतबादिल मुल्क के लिए ज़रूरी है और ये तीसरे महाज़ की शक्ल में तशकील पा सकता है। उन्होंने कहा कि जमहूरी इक़दार ( शासन) पर यक़ीन रखने वाली सयासी पार्टीयां और बाएं बाज़ू (Left Parties) की पार्टीयां इस अमल का बिहार से आग़ाज़ करेंगी।
उन्होंने कहा कि क़ौमी दार-उल-हकूमत ने 4 नवंबर को एक जल्सा-ए-आम मुनाक़िद किया गया था, जिस में वज़ीर-ए-आज़म और सदर कांग्रेस ने रीटेल शोबा ( Sector)) में एफडीआई की मुदाफ़अत (बचाव) की कोशिश की। उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि यू पी ए हुकूमत अमेरीका के अहकाम के मुताबिक़ काम कर रही है।
भट्टाचार्य ने कहा कि अश्या-ए-ज़रुरीया की क़ीमतें आसमान छू रही हैं। बी जे पी भी मुसावी ( समान) तौर पर बद उनवान ( भ्रष्ट) है, जिसका सुबूत इसके सदर गडकरी के ख़िलाफ़ बदउनवानी (भ्रष्टाचार) के मुक़द्दमात हैं। लालू प्रसाद पर तन्क़ीद करते हुए इन्होंने कहा कि सदर आर जे डी सोनीया गांधी से क़रीब होने की कोशिशों में उन की ख़ुशामद में मसरूफ़ हैं।
करप्शन इन का मसला नहीं है। चीफ़ मिनिस्टर बिहार नितिश कुमार अवाम को बेवक़ूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हक़ीक़ी मसाइल से तवज्जा ( ध्यान) हटाई जा सके।