तुर्की: अव्वलीन सदारती इंतिख़ाबात,उर्दगान की कामियाबी यकीनी

तुर्क अवाम ने आज मुल्क के अव्वलीन रास्तसदारती इंतिख़ाबात में अपने हक़ रायदही का इस्तेमाल किया। मुल्क आज़ाद तुर्की की 91 साला तारीख़ में साबिक़ इंतिख़ाबात में एक पार्लीयामेंट मुंतख़ब की गई थी। वज़ीरे आज़म रजब तैयब उर्दगान गुज़िश्ता 10 साल से मुल्क की सियासत पर छाए हुए हैं और मौजूदा सदर अब्दुल्लाह गुल की पाँच साला मियाद की तकमील पर उन की जानशीनी की दौड़ में सब से आगे हैं।

क़ब्लअज़ीं उन्हों ने तुर्की की मआशी ख़ुशहाली को यक़ीनी बनाया था लेकिन दिन बा दिन वो आमिराना रुजहानात ज़ाहिर कर रहे हैं और अपने हाथों में इक़्तेदार मर्कूज़ कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि मज़हबी और क़दामत पसंद नज़रियात तुर्की पर मुसल्लत करदें जब कि तुर्की की बुनियाद ताक़तवर सेक्यूलर रवायात पर रखी गई है।

उर्दगान के मुक़ाबला में दीगर दो उम्मीदवार मुक़ाबला में हैं। 70 साला माहिरे तालीम साबिक़ सदर तंज़ीम इस्लामी तआवुन अकमल उद्दीन एहसान ओगलो उन की ताक़तवर तरीन हरीफ़ हैं जिन्हें कई अपोज़ीशन पार्टीयों की ताईद हासिल हैं जिन में रिपब्लिकन पार्टी के अरकान और क़ौम परस्त भी शामिल हैं।

उन्हों ने कहा कि मुल्क की आबादी 7 करोड़ 70 लाख है और मुल्क में किसी किस्म का तास्सुब नहीं पाया जाता। हम इजतिमाई तौर पर इस मुल्क के मालिक हैं और इस के मुक़द्दर का फ़ैसला भी हम ही करेंगे।