तुर्की में फ़ौज के एक कर्नल को हुकूमत को अदम इस्तिहकाम(कमजोर करने) से दो-चार करने की एक साज़िश में मुलव्विस (शामिल) होने के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार कर लिया गया है। इस्तिग़ासा का कहना है कि फ़ौज के बाअज़ अराकीन की तैय्यार करदा इस साज़िश का मक़सद ईसाईयों और दीगर (दुसरे)अक़ल्लीयतों से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद को क़तल कर के उन की हलाकत का इल्ज़ाम इस्लाम पसंदों पर लगाना था।
इस साज़िश की तफ़सीलात सब से पहले 2009 -के अवाख़िर में मंज़रे आम पर आई थीं। वज़ीर-ए-आज़म रजब तुय्यब उर्दोगान को इक़तिदार से बेदखल करने की मुतअद्दिद साज़िशों के इल्ज़ाम में कई फ़ौजी , असातिज़ा, सहाफ़ी और वुकला ज़ेर-ए-हिरासत हैं।