तुर्की सरकार ने अमरीका में स्थित उपदेशक फतह उल्लाह गोलन के आंदोलन से संबंध के आरोप में सशस्त्र बलों के और 1389 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनातोली ने रविवार को इन बर्खास्तगी की सूचना दी है लेकिन कोई ब्यौरा नहीं दिया।
यह रिपोर्ट राष्ट्रपति तैयब इर्दोआन की इस घोषणा के कुछ घंटे के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह सशस्त्र बलों में कई परिवर्तन का इरादा रखते हैं। इन सैन्य अकादमियों समापन भी शामिल है। इसके अलावा सेना को सरकार के मजबूत नियंत्रण में लाया जाएगा।
तुर्क अधिकारियों ने उपदेशक फतह उल्लाह गोलन की 15 जुलाई को असफल तख्तापलट में शामिल होने का आरोप लगाया है और उन्हें ही सभी विद्रोह का मास्टरमाइंड बताया है लेकिन उन्होंने इस तख्तापलट में किसी तरह शामिल होने और तुर्की की लोकतंत्र को कोई नुकसान पहुंचाने से इनकार किया है। अब तुर्की अमरीका से उन्हें सौंपने की मांग कर रहा है।
असफल तख्तापलट के बाद से तुर्की में जीवन के सभी क्षेत्रों और विशेष रूप से सेना में गोलन आंदोलन के प्रभाव को खत्म करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और शोधन की इस प्रक्रिया के दौरान गोलन आंदोलन से जुड़े सैनिकों, उच्च अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार या निलंबित किया जा रहा है। अब तक हजारों सैनिकों को गिरफ्तार या निलंबित किया जा चुका है।