तूफ़ान थाने: ग़िज़ाई पैकेट्स की तक़सीम में बे क़ाईदगीयाँ

पडोचरी, ०४जनवरी: ( पी टी आई)तूफ़ान से मुतास्सिरा इलाक़ों और मुतास्सिरीन को हर मुम्किना इमदाद फ़राहम किए जाने का तीक़न देते हुए वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने तूफ़ान से मुतास्सिरा इलाक़ों के दौरा का आग़ाज़ किया। उन्हों ने कहा कि मर्कज़ी टीम पडुचेरी और तमिलनाडू के किड अलवर डिस्ट्रिक्ट रवाना की जाएगी ताकि टीम के अरकान तूफ़ान थाने से होने वाले नुक़्सानात का तख़मीना लगा सकें। याद रहे कि इस तूफ़ान में अब तक 47 अफ़राद हलाक होचुके हैं।

मूर्थि कपम नामी साहिली मौज़ा मैं अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए मिस्टर चिदम़्बरम ने कहा कि टीम कल या परसों तक यहां पहुंच जाएगी।पडोचेरी में चिदम़्बरम का दौरा इंतिहाई मुख़्तसर था यानी वो सिर्फ़ ढाई घंटे वहां रहें। सिर्फ पडोचरी में हलाकतों की तादाद सात बताई गई है।

अख़बारी नुमाइंदों से अपना सिलसिला कलाम जारी रखते हुए उन्हों ने कहा कि उन्हें ( चिदम़्बरम) पडोचेरी हुकूमत ने जो आदाद-ओ-शुमार दिए हैं इस के मुताबिक़ 17012 हेक्टर्स पर मुहीत धान के खेतों के इलावा नारीयल, केले और गन्ने की पैदावार भी शदीद तौर पर मुतास्सिर हुई और करोड़ों रुपय का नुक़्सान हुआ।

इलावा अज़ीं 80 हज़ार झोपड़े और 124 बर्क़ी ट्रांसफॉर्मर्स भी तबाह हो गए जिस के बाद नए ट्रांसफॉर्मर्स नसब किए गए हैं और बर्क़ी सरबराही को मरहला वार तौर पर बहाल किया जाएगा, लिहाज़ा ज़रूरत इस बात की है कि अवाम पुरसुकून रहीं क्योंकि सरकारी मिशनरी अपनी ज़िम्मेदारीयां इतमीनान बख़श तौर पर निभाई।

उन्हों ने कहा कि जब जब हमें मसाइब का सामना करना पड़े तो इसवक़्त पुरसुकून रहना बहुत ज़रूरी होता है, बेसबरी और अदम इतमीनान का इज़हार करने से बनने वाले काम भी बिगड़ जाते हैं क्योंकि चिदम़्बरम को ये शिकायतें भी मौसूल हुई थीं कि मुतास्सिरीन को ग़िज़ाई पिया किट्स की सरबराही में कोताही बरती जा रही है। किसी को पाँच दस पैकेट्स तक मिल रहे हैं और किसी को कुछ भी नहीं।

ऐसी बदनज़मी की वजह से मुतास्सिरा अवाम का ब्रहम होना फ़ित्री अमर है जबकि चिदम़्बरम ये कह रहे हैं कि सरकारी मिशनरी अपना काम इतमीनान बख़श तौर पर कर रही है, अब हम किस की मानें?।