कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी जैसे ‘क्रूर’ फैसले के खिलाफ सबसे पहले उन्होंने आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि तृणमूल का मतलब जनसाधारण है। यह लोगों की आवाज है। नोटबंदी से दो सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
इसमें अलग-अलग जाति, धर्मों के लोग हैं। ये न केवल दुखद है बल्कि अर्थव्यवस्था को खत्म करने वाला है। साल में तीन महीने दिसंबर से फरवरी तक निर्माण तथा परियोजनाओं के विकास सबसे अधिक अच्छा समय होता है। सब कुछ बंद हो गई, विकास रूक गया।
तृणमूल कांग्रेस की ओर से आज यहां जारी एक बयान के अनुसार बनर्जी ने कहा, ‘वह कालेधन, भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ हैं लेकिन आम लोगों, छोटे व्यापारी को लेकर काफी चिंता है कि वह आने वाले दिनों में वे लोग कैसे अपने जरूरत की सामानों को खरीदेंगे।
इस वित्तीय उथल-पुथल और मुसीबत से आम लोगों का नुकसान होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशों से कालाधन लाने के वादे को पूरा नहीं कर पाए इसलिए नोटबंदी का स्वांग रचा गया।’