तेलंगाना असेंबली की पहली मीटिंग का आग़ाज़

मुल्क की 29 रियासत की हैसियत से तेलंगाना के क़ियाम के बाद पहली मर्तबा तेलंगाना असेंबली की मीटिंग शुरू हुवी।

मीटिंग के पहले दिन चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ जुमला 116 अरकाने असेंबली ने रुकनीयत का हलफ़ लिया, जबकि कांग्रेस के सीनीयर क़ाइद के जाना रेड्डी ने उबूरी स्पीकर की हैसियत से अरकान को हलफ़ दिलाया।

सुबह में रियासती गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन ने जाना रेड्डी को असेंबली की रुकनीयत और उबूरी स्पीकर के ओहदे का हलफ़ दिलाया। मीटिंग के पहले दिन जुमला 117 अरकाने असेंबली की हलफ़ बर्दारी मुकम्मिल होगई और 2 अरकान गैरहाज़िर रहे जिन का ताल्लुक़ पुराने शहर से है।

सुबह 11 बजे एवान की कार्रवाई शुरू हुई और उबूरी स्पीकर जाना रेड्डी ने करसई सदारत सँभाली। अरकाने असेंबली ने असेंबली की रुकनीयत के अलावा असेंबली क़वाइद की पाबंदी करने का हलफ़ उठाया।

सब से पहले चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव‌ ने तेलुगु ज़बान में ख़ुदा के नाम पर हलफ़ लिया। इस के बाद रियासती वुज़रा, ख़ातून अरकाने असेंबली और फिर अंग्रेज़ी हरूफ़-ए-तहज्जी की तर्तीब से अरकान ने हलफ़ लिया।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर पी राजिया ने तेलुगु ज़बान में अह्द लीया। उन के बाद दुसरे वुज़रा ई राजिंदर, जगदीश रेड्डी, जोगू रामना, के टी रामा राव‌, ई महेंद्र रेड्डी, पी श्रीनिवास रेड्डी, हरीश राव‌ और टी पदमा राव‌ ने हलफ़ लिया।

बेशतर अरकान ने तेलुगु ज़बान में ख़ुदा के नाम पर हलफ़ लिया जबकि कमीयूनिसट जमातों के बाज़ अरकान ने अह्द लीया। ख़ातून अरकान में टी आर एस की अजमेरा रेखा नायक सब से पहले अंग्रेज़ी में ख़ुदा के नाम पर हलफ़ लिया। उनके बाद डी के अरूना, बी शोभा, जय गीता रेड्डी, जी सुनीता, कोन्डा सुरेखा, के लक्ष्मी, पदमा देवेंद्र रेड्डी और पद्मावती रेड्डी ने असेंबली की रुकनीयत का हलफ़ लिया।

गीता रेड्डी और पद्मावती रेड्डी ने अंग्रेज़ी में हलफ़ लिया। रियासती काबीना में शामिल दो वुज़रा डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली एवान में मौजूद नहीं थे।

वो चूँकि क़ानूनसाज़ कौंसिल के रुकन हैं, लिहाज़ा हुकूमत ने उन्हें कौंसिल में क़ाइद एवान मुक़र्रर किया है। उन्होंने कौंसिल में रुकनीयत का हलफ़ लिया जबकि वज़ीर-ए-दाख़िला एन नरसिम्हा रेड्डी पुलिस और सिविल ओहदेदारों के साथ मनाली के दौरा पर हैं, जहां हैदराबाद से ताल्लुक़ रखने वाले एक इंजीनीयरिंग कॉलिज के तलबा ग़र्क़ाब होगए। इन नरसिम्हा रेड्डी फ़िलवक़्त किसी भी एवान के रुकन नहीं हैं।

अंदरून 6 माह उन्हें क़वाइद के मुताबिक़ किसी एक एवान का रुकन मुंतख़ब होना लाज़िमी है।हलफ़ बर्दारी दोपहर एक बजे तक जारी रही जिस के बाद उबूरी स्पीकर जाना रेड्डी ने एवान की कार्रवाई मंगल तक के लिए मुल्तवी करदी।