हज कमेटी आफ़ इंडिया मुंबई ने हज 2015 के मुंतख़ब आज़मीन को हज मसारिफ़ की पहली क़िस्त के तौर पर मबलग़ 81हज़ार रुपये अदा करने, अपना असल पासपोर्ट और एक अदद कलर फ़ोटो जमा करवा देने की हिदायत दी है।
प्रोफेसर एसए शकूर स्पेशल ऑफीसर तेलंगाना स्टेट हज कमेटी ने एक प्रेस नोट में बताया हैके तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के तमाम आज़मीन-ए-हज्ज को उन के स्लेक्शन लीटर रवाना किए जा रहे हैं, जिस के साथ बैंक चालान की कापी भी मुंसलिक है।
ये स्लेक्शन लीटर उन को तीन, चार दिन में वसूल होजाएंगे। उन्होंने कहा कि तमाम मुंतख़ब आज़मीन-ए-हज्ज को 30अप्रैल से पहले स्टेट बैंक आफ़ इंडिया के अलावा यूनीयन बैंक आफ़ इंडिया की किसी भी ब्रांच में पहली क़िस्त की रक़म जमा करवादें। इस साल से आज़मीन-ए-हज्ज को ई पेमेंट के ज़रीये अदायगी की भी सहूलत हासिल है।
रक़म अदा करने के बाद आज़मीन चालान की रसीद के हमराह अपना ओरीजनल पासपोर्ट और फ़ोटो दफ़्तर तेलंगाना स्टेट हज कमेटी, हज हाउज़ नामपली हैदराबाद में दाख़िल करवादें। तफ़सीलात दफ़्तर हज कमेटी ( फ़ोन नंबर 040-23298793 ) से हासिल की जा सकती हैं। महफ़ूज़ ज़मरों के तहत मुंतख़ब आज़मीन से भी ख़ाहिश की गई है कि वो भी हज मसारिफ़ की पहली क़िस्त जमा करवादें।
उन्होंने बताया कि मर्कज़ी हज कमेटी ने रियासत तेलंगाना के लिए 2760 नशिस्तों का और आंध्र प्रदेश के लिए 2245आज़मीन का कोटा अलॉट किया है। रियासत तेलंगाना से जुमला 16963 दरख़ास्तें वसूल हुईं। 70 साल या ज़ाइद उम्र के महफ़ूज़ ज़मुरा में 643 और चौथी मर्तबा दरख़ास्त देने वाले उम्मीदवारों के महफ़ूज़ ज़मुरा में 894 दरख़ास्त गुज़ारों का क़ुरआ अंदाज़ी के बगै़र ही इंतेख़ाब अमल में आया।
इस तरह महफ़ूज़ ज़मरों में जुमला 1537 दरख़ास्त गुज़ार मुंतख़ब हुए। 1223 उम्मीदवारों का क़ुरआ अंदाज़ी के ज़रीये इंतेख़ाब अमल में आया। इसी तरह आंध्र प्रदेश से जुमला 3840 दरख़ास्तें वसूल हुईं और जुमला 2245 का कोटा है जिन में 70साल और ज़ाइद उम्र के 161आज़मीन और चौथी मर्तबा दरख़ास्त देने वाले 61आज़मीन शामिल हैं जिन का क़ुरआ अंदाज़ी के बगै़र इंतेख़ाब अमल में आया है। आंध्र प्रदेश में आम ज़मुरा के तहत2023 आज़मीन मुंतख़ब हुए।