तेलंगाना को अलाहिदा रियासत का दर्जा देने की तहरीक के दौरान सरज़मीन तेलंगाना पर भी अहल तेलंगाना का मज़ाक़ उड़ाया गया। तेलंगाना तहरीक चलाने वालों से कहा गया था कि मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश में इलाके तेलंगाना हैके आमदनी ज़्यादा है।
तेलंगाना बन जाने पर कुछ हासिल ना होगा। रियासत को चलाना मुश्किल होजाएगा और नामुमकिन होगा। मुलाज़िमीन को तनख़्वाहें देना भी मुश्किल होजाएगा। इस तरह का मज़ाक़ उड़ाने वाले अब ख़ामोश क्युं हैं। उन से कोई जवाब बन नहीं पारहा है।
जमी कनटा मंडल परिषद के दफ़्तर में मुनाक़िदा जायज़ा मीटिंग में बहैसीयत मेहमान ख़ुसूसी ख़िताब करते हुए रियासती वज़ीर फाइनैंस -ओ- सिविल स्पलाईज़ अटाला राजिंदर ने इन ख़्यालात का इज़हार किया।
उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के सी आर के इक़तिदार के 9 में रियासत तेलंगाना हर शोबे में तरक़्क़ी की राह पर गामज़न है और उस की तरक़्क़ी का सफ़र जारी है।
उन्होंने कहा कि तरक़्क़ीयाती प्रोग्रामों की अमल आवरी के लिए फंड्स की कोई कमी नहीं है। हर घर को महफ़ूज़ पीने का पानी पहुंचाया जाएगा। हर गांव में सी सी रोड की तामीर के लिए 10 लाख रुपये मंज़ूर किए जा रहे हैं। चार सौ करोड़ के सर्फ़ा से हलक़ा असेम्बली को तरक़्क़ी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पहली बार देही सतह पर मुंतख़ब नुमाइंदे एम पी टी सी मुक़ामी अवाम के मसाइल की यकसूई के लिए दस्तयाब रहेंगे। उन्होंने मुक़ामी नुमाइंदों को अवामी के मसाइल के हल के कोशिश करने का मश्वरह दिया। उन्होंने कहा कि वो ज़िला की तरक़्क़ी के लिए तमाम तर कोशिश करेंगे।