तेलंगाना में मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात में होने वाले 15000 से ज़ाइद तक़र्रुरात के सिलसिले में रोस्टर सिस्टम के तहत मुसलमानों को 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात पर अमल आवरी को यक़ीनी बनाने की ज़रूरत है।
हुकूमत ने मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात में 15522 मख़लुवा जायदादों पर तक़र्रुरात का फ़ैसला किया है जो तेलंगाना पब्लिक सर्विस कमीशन के इलावा मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात के रिक्रुटमेन्ट बोर्ड्स और सेलेक्शन कमेटीयों की जानिब से अंजाम दिए जाएंगे।
मुत्तहदा आंध्रा प्रदेश में तय शूदा रोस्टर सिस्टम के तहत तक़र्रुरात में मुसलमानों को 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी की गुंजाइश रखी गई है ताहम इत्तिलाआत के मुताबिक़ टी आर एस हुकूमत साबिक़ा रोस्टर सिस्टम के बजाय नई फ़ेहरिस्त तैयार कर रही है जिस में 25 ज़मुरा जात की निशानदेही की गई और मुसलमानों को 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात का कोई तज़किरा नहीं।
हुकूमत के पास अगर्चे ये तजवीज़ ज़ेरे ग़ौर है ताहम अभी तक इस सिलसिला में बाक़ायदा अहकामात जारी नहीं किए गए। इसी दौरान कमीशन में वाहिद अक़लीयती रुक्न मतीन उद्दीन कादरी ने इस बात की कोशिश की है कि तक़र्रुरात के सिलसिला में नन टेक्नीकल पोस्ट्स के पर्चाजात उर्दू ज़बान में फ़राहम किए जाएं।
उनकी तजवीज़ पर कमीशन ने इत्तिफ़ाक़ करते हुए हुकूमत से इजाज़त तलब की है। हुकूमत की मंज़ूरी के बाद उर्दू ज़बान में पर्चाजात की फ़राहमी अमल में आएगी।