हुकूमत तेलंगाना की जानिब से रियासत के साथ होने वाली बर्क़ी तक़सीम में नाइंसाफ़ीयों की शिकायात और मर्कज़ी हुकूमत की जानिब से बर्क़ी प्राजेक्ट्स की अदम मंज़ूरी की शिकायात पर मर्कज़ी वज़ीर बर्क़ी मिस्टर पियूष गोयल ने वाज़ेह तौर पर ये कहा है कि हुकूमत तेलंगाना या इस के काबीनी वज़ीर ने जिस वक़्त मंसूबा तैयार किया जा रहा था, मर्कज़ से रब्त क़ायम नहीं किया था जिस के सबब पहले मरहले में जो कि मर्कज़ी हुकूमत के इबतिदाई 100 दिन में तैयार किया गया, रियासत तेलंगाना को कोई बर्क़ी प्रोजेक्ट हासिल नहीं हो पाया है।
हुकूमत तेलंगाना की जानिब से चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर के चन्द्र शेखर राव ने मर्कज़ी हुकूमत के वुज़रा बाशमोल वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के दौरान जो मंसूबाजात पेश किए और उन्हें मंज़ूरी फ़राहम करने की ख़ाहिश की। इन में बर्क़ी प्राजेक्ट्स की फ़ेहरिस्त शामिल है लेकिन ताहाल रियासत तेलंगाना में किसी भी बर्क़ी प्रोजेक्ट के क़ियाम के लिए मर्कज़ी हुकूमत की मंज़ूरी हासिल नहीं हुई है।
रियासत आंध्र प्रदेश की तक़सीम के बाद हुकूमत तेलंगाना ने रियासत को दर्पेश बर्क़ी क़िल्लत से निमटने के लिए छत्तीसगढ़ से बर्क़ी ख़रीदी का मुआहिदा करते हुए हालात को बेहतर बनाने की कोशिशों का आग़ाज़ किया है, जबकि हुकूमत की जानिब से ये कहा जा रहा है कि बर्क़ी पैदावार के प्राजेक्ट्स के क़ियाम को यक़ीनी बनाने के लिए मर्कज़ी हुकूमत से दरख़ास्त की जा रही है और तवक़्क़ो है कि मर्कज़ी हुकूमत उसे क़ुबूल करेगी।