तेलंगाना के ज़ाइरीन और वर्कर्स को इराक़ से वापिस लाने के इक़दामात जारी

तेलंगाना हुकूमत इराक़ में फंसे तेलंगाना बाशिंदों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए हर मुम्किन इक़दामात करेगी और इस सिलसिले में आला ओहदेदार मर्कज़ी हुकूमत से रब्त में हैं।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने बताया कि इराक़ में हालात बिगड़ने की इत्तेला मिलते ही चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव ने चीफ़ सेक्रेटरी राजीव शर्मा को हिदायत दी कि वो मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा से रब्त क़ायम करें।

उन्होंने बताया कि इराक़ के महतलफ़ इलाक़ों में अभी तक 600 से ज़ाइद तेलंगाना बाशिंदों की मौजूदगी का पता चला है और मर्कज़ी हुकूमत उन से रब्त पैदा करते हुए सूरत-ए-हाल के बारे में मालूमात हासिल कर रही है।

उन्होंने कहा कि एसे अफ़राद की बहिफ़ाज़त मुंतक़ली को यक़ीनी बनाने के लिए हर मुम्किन इक़दामात किए जाऐंगे और मर्कज़ी हुकूमत से मुसलसिल राबिता क़ायम करते हुए तमाम हिंदुस्तानी शहरीयों की बहिफ़ाज़त वतन वापसी यक़ीनी बनाया जाएगा।
उन्हों ने कहा कि तलंगाना हुकूमत ने सकरीटरीट में हेल्प् लाईन सैंटर क़ायम किया है ताकि इराक़ में मौजूद अफ़राद ख़ानदान को हक़ीक़ी सूरत-ए-हाल से वाक़िफ़ किराया जा सके।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि तेलंगाना हुकूमत रियासत से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद की सलामती के बारे में फ़िक्रमंद हैं और उन के रिश्तेदारों को फ़िक्रमंद होने की ज़रूरत नहीं।

महमूद अली ने कहा कि इराक़ से वापसी के अलावा इन ख़ानदानों की हुकूमत की तर् से हर मुम्किना मदद की जाएगी। वाज़िह रहे कि इराक़ में अचानक ख़ानाजंगी जैसी सूरत-ए-हाल पैदा होने के सबब कई शहरों में तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद फंसे हुए हैं, जिन में बेशतर का ताल्लुक़ सेहत और तिब्ब के शोबा से है।

तक़रीबन 40 से ज़ाइद नरसस की मौजूदगी की भी इत्तेला मिली है। कई अफ़राद के रिश्तेदारों ने हुकूमत से रब्त क़ायम करते हुए तफ़सीलात पेश की।

बताया जाता हैके इराक़ में मौजूद अफ़राद ने दो दिन पहले तक भी अपने रिश्तेदारों को ख़ैरीयत की इत्तेला दी लेकिन दो दिन से कोई रब्त क़ायम नहीं किया।

मर्कज़ी हुकूमत ने हिंदुस्तानी शहरीयों से अपील की हैके वो इराक़ का सफ़र करने से गुरेज़ करें।
इराक़ में मौजूद हिंदुस्तानी सिफ़ारत ख़ाने को मुतहर्रिक करते हुए हिंदुस्तानी शहरीयों के बारे में मालूमात फ़राहम करने की हिदायत दी गई है।

महमूद अली ने कहा कि तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले एसे वर्कर्स और ज़ाइरीन की तादाद के आदाद-ओ-शुमार हुकूमत के पास मौजूद नहीं है जो फ़िलहाल इराक़ में फंसे हुए हैं।

ताहम उन्होंने कहा कि रियासती हुकूमत के ओहदेदारान इलाके तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले तमाम अफ़राद की वहां से बहिफ़ाज़त वापसी को यक़ीनी बनाने के लिए नई दिल्ली में वज़ारत अमोरख़ारजा और इराक़ी सिफ़ारतख़ाना से मुसलसिल रब्त में हैं