टी आर एस के एम एल सीज़ सवामिगोड़ और सुधाकर रेड्डी ने कामा रेड्डी में सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए बताया कि 29 सितंबर को हैदराबाद में एक जल्सा-ए-आम मुनाक़िद किया जा रहा है इस जलसे के बाद तेलंगाना तहरीक में शिद्दत पैदा की जाएगी और पार्लीमैंट में बिल पेश करने के लिए मर्कज़ी हुकूमत पर दबाव डाला जाएगा।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के क़ियाम के एलान के बाद कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक़ रखने वाले क़ाइदीन बड़े पैमाने पर जश्न मनाते हुए कामयाबी की तशहीरी की जा रही है लेकिन दिल्ली सतह पर पार्लीमैंट में बिल पेश करने के लिए कोई ठोस इक़दामात नहीं किए जा रहे हैं। लिहाज़ा पार्लीमैंट में बिल पेश करने के लिए मर्कज़ी हुकूमत पर दबाव डालने का मुतालिबा किया।
सीमा आंध्र से ताल्लुक़ रखने वाले क़ाइदीन दिल्ली में मुक़ीम रहते हुए अलाहिदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम में रुकावट पैदा करने की कोशिश की जा रही है सी डब्लयू सी के एलान के बाद से मुसलसिल सीमा आंध्र में एहतेजाज का सिलसिला जारी है और तेलंगाना के क़ाइदीन सीमा आंध्र की साज़िशों केख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करने का मुतालिबा किया।
सीमा आंध्र मुलाज़मीन की तरफ से किए जाने वाली हरकतों पर भी ब्रहमी का इज़हार करते हुए कहा कि अलाहिदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम के बाद सीमा आंध्र से ताल्लुक़ रखने वाले मुलाज़मीन को आंध्र चले जाना होगा।
हैदराबाद यूनीयन ट्रेटरी की हैसियत से कुबूल करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। इस मौके पर टी आराएस क़ाइदीन आनंद राव, असातिज़ा तंज़ीम से ताल्लुक़ रखने वाली क़ाइद सुब्रता आनंद और दुसरे भी मौजूद थे।