कांग्रेस के सीनीयर क़ाइद डाक्टर के केशव राव ने कहा कि अलहदा तेलंगाना रियासत के मसले पर कोई समझौता नहीं होसकता। कांग्रेस हाईकमान ने अलहदा रियासत की तशकील का वाअदा किया है।
यू पी ए के बिशमोल मुलक की दुसरे सयासी जमातों ने अलहदा रियासत की हिमायत की है। कांग्रेस ने वाअदा करके पूरा नहीं किया। अगर कांग्रेस तेलंगाना रियासत तशकील देने से इनकार करती है तो हम तेलंगाना रियासत हासिल करने के लिए जो भी मुनासिब रास्ता होगा, इस का इंतिख़ाब करेंगे।
एक टेलीविज़न चैनल को इंटरव्यू देते हुए डाक्टर केशव राव ने कहा कि 2001-ए-में कांग्रेस ने सी डब्लयू सी के मीटिंग में अलहदा रियासत की तशकील से इत्तिफ़ाक़ किया था। 2004 में कांग्रेस ने अपने इंतिख़ाबी मंशूर में भी वाअदा किया था। यू पी ए के अक़ल्ल तरीन एजंडा में तेलंगाना को शामिल किया गया था।
सदर जमहूरीया के ख़ुतबा में सही वक़्त पर तेलंगाना की तशकील का वाअदा किया गया था। परनब मुकर्जी की क़ियादत में सब कमेटी तशकील दी गई थी और बेशतर हलीफ़ जमातोंने तेलंगाना की ताईद में मकतूब हवाले किया था।
9 दिसंबर को अलहदा रियासत तशकील देने का ऐलान भी कर दिया गया। बादअज़ां वाअदे से मुनहरिफ़ होने पर 700 से ज़ाइद नौजवानों ने ख़ुदकुशी की, जिस के लिए कांग्रेस और हम ज़िम्मेदार हैं।
सरबराह टी आर एस से उन की मुलाक़ात के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि टी आर ऐस अलहदा रियासत की तशकील के एजंडा पर क़ायम है और तहरीक को आगे बढ़ाने में मिस्टर के चन्द्र शेखर राव अहम रोल अदा कर रहे हैं।
उन्हों ने अलहदा रियासत की तशकील के बाद अपनी जमात को कांग्रेस में ज़म करदेने की पार्टी हाईकमान को पेशकश की है। उन्हों ने कहा कि हमारे खत का जवाब देते हुए मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला ने हमें मज़ीद चंद दिन इंतिज़ार का मश्वरा दिया।
हमें आज भी मिसिज़ सोनीया गांधी पर भरोसा है। अगर अलहदा रियासत की तशकील से इनकार कर दिया गया तो हम मुस्तक़बिल की हिक्मत-ए-अमली बनाएंगे और अवाम के साथ रहेंगे।