आंध्र प्रदेश की तक्सीम को केंद्र के फैसले को रोकने की अपनी मांग पर साहिली आंध्र और रायलसीमा के एमएलए अड़े रहे। तेलंगाना मुद्दे पर जारी इस हंगामे के सबब आंध्र प्रदेश असेम्बली पूरे दिन के लिए मुल्तवी कर दी गई। आंध्र प्रदेश असेम्बली के सरमाई सेशन की शुरुआत जुमे को को दो हफ्ते के बाद हुई। आज ऐवान में सदर जम्हूरिया की तरफ से भेजे गए आंध्र प्रदेश Restructuring Bill -2013 के मसौदे पर चर्चा होनी थी।
पहले ऐवान की कार्यवाही एक मर्तबा आधे घंटे के लिए और फिर एक घंटे के लिए मुल्तवी की गई थी। लेकिन तेलुगू देशम और वाईएसआर कांग्रेस के मेम्बरों ने हाथ में तख्तियां लेकर स्पीकर की कुर्सी को घेर लिया और रियासत को एक रखने की मांग के साथ वे नारे लगाने लगे। सदन में निज़ाम बहाल न होने पर सेशन को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर पूरे दिन के लिए मुल्तवी कर दी गयी।
असेम्बली स्पीकर नदेंदला मनोहर ने रियासत के बंटवारे के मुद्दे पर टीडीपी और वाईर्एसआर कांग्रेस की तरफ से लाए गए तजवीजो को खारिज कर दिया और वक्फा सवालात (Question hour) चलने देने के लिए कहा। इंडस्ट्री मिनिस्टर जे. गीता रेड्डी ने पहले दर्ज ए फहरिस्त सवाल का जवाब पढ़ा, लेकिन सीमांध्र के अरका ए असेमब्ली ने एहतिजाज जारी रखा। शोर शराबे के बीच स्पीकर ने सुबह 9 बजे सेशन शुरू होने के पांच मिनट के अंदर ही ऐवान की कार्यवाही आधा घंटे के लिए मुल्तवी कर दी।