ओक़ाफ़ी जायदादों से मुताल्लिक़ तेलंगाना असेंबली की एवान की कमेटी ने ओहदेदारों को हिदायत दी कि वो तेलंगाना में ओक़ाफ़ी जायदादों और उन पर नाजायज़ क़ब्ज़ों के अलावा मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात से जारी तनाज़आत की तफ़सीलात पेश करें।
एवान की कमेटी का पहला मीटिंग सदर नशीन बाजी रेड्डी गवर्धन की सदारत में मुनाक़िद हुआ जिस में असेंबली के 7 और कौंसिल के 4 अरकान ने शिरकत की। पहले मीटिंग के सबब सदर नशीन ने अरकान को कमेटी की तशकील और उस की कारकर्दगी की तफ़सीलात से वाक़िफ़ किराया। अरकान की अक्सरीयत ने ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ और रीवैन्यू रिकार्ड में बहैसीयत ओक़ाफ़ी अराज़ी दर्ज करने का मश्वरह दिया ताके जायदादों का तहफ़्फ़ुज़ होसके। अरकान में तेलंगाना हुकूमत की तरफ से ग़ैर मजाज़ क़ब्ज़ों को बाक़ायदा बनाने की स्कीम का हवाला दिया और इस में ओक़ाफ़ी जायदादों को बाक़ायदा बनाने की मुख़ालिफ़त की। अरकान का कहना था कि हुकूमत ने इस सिलसिले में जी ओ 58 और 59 जारी किया है जिस में ओक़ाफ़ी आराज़ीयात के तहफ़्फ़ुज़ की कोई ज़मानत नहीं है।
इस स्कीम के तहत कई अफ़राद की तरफ से ओक़ाफ़ी आराज़ीयात को बाक़ायदा बनाने की कोशिशों की इत्तेलाआत मिली हैं। हुकूमत को चाहीए कि वो ओक़ाफ़ी जायदादों और आराज़ीयात के तहफ़्फ़ुज़ के लिए तमाम ज़िला कलेक्टरस को हिदायात जारी करें।
अरकान ने तजवीज़ पेश की के किसी भी ओक़ाफ़ी अराज़ी को बाक़ायदा बनाने से क़बल वक़्फ़ बोर्ड से एन ओ सी की पीशकशी को लाज़िमी क़रार दिया जाये ताके इस बात की ज़मानत होसके कि ये अराज़ी वक़्फ़ नहीं है।
सदर नशीन कमेटी बाजे रेड्डी गवर्धन ने कमेटी के क़ियाम के अग़राज़-ओ-मक़ासिद बयान किए और कहा कि हुकूमत ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के सिलसिले में संजीदा है इसी लिए ओक़ाफ़ी उमूर पर अलाहिदा एवान की कमेटी तशकील दी गई है। उन्होंने कहा कि कमेटी तेलंगाना के तमाम अज़ला में ओक़ाफ़ी जायदादों की सयानत और तरक़्क़ी के सिलसिले में हुकूमत को जामि रिपोर्ट पेश करेगी। अरकान की तजावीज़ पर सदर नशीन ने तीक़न दिया कि वो कमेटी के मीटिंग में तमाम मुताल्लिक़ा मह्कमाजात के प्रिंसिपल सेक्रेटरीज़ की मौजूदगी को यक़ीनी बनाने के लिए हिदायात जारी करेंगे। आम तौर पर देखा जाता हैके एवान की कमेटीयों के मीटिंग में आला ओहदेदार अपने जूनीयर को बतौर नुमाइंदा रवाना करते हैं।