कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी ने कहा कि हैदराबाद गंगाजमनी तहज़ीब का गहवारा और अमन-ओ-अमान का शहर है।
अलाहिदा तेलंगाना रियासत को तरक़्क़ी की राह पर गामज़न करना वक़्त का तक़ाज़ा है। वो मेड एन तेलंगाना घड़ी पहनने के ख़ाहिशमंद हैं।
सॉफ्टवेर के लिए शौहरत रखने वाले शहर को हार्डवेर में तरक़्क़ी हासिल करने की ज़रूरत है। सरबराह टी आरएस के चन्द्र शेखर राव शहर हैदराबाद में नफ़रत की सियासत को फ़रोग़ देने की कोशिश कर रहे हैं।
तेलुगु देशम और बी जे पी ने लम्हे आख़िर तक अलाहिदा तेलंगाना रियासत की तशकील को रोकने की कोशिश की मगर कांग्रेस की सदर सोनिया गांधी ने 60 साला देरीना ख़ाब की तकमील करते हुए अलाहिदा तेलंगाना रियासत तशकील दिया है।
राहुल गांधी ने लाल बहादुर स्टेडीयम में मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार क्या। इस मौके पर तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदर पोंनाला लक्ष्मीया , मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीर सर्वे सत्य नारायना , सेक्रेटरी ए आई सी सी-ओ-रुकन राज्य सभा वि हनुमंत राव जनरल सेक्रेटरी कांग्रेस कमेटी दिगविजय सिंह मर्कज़ी वुज़रा ग़ुलाम नबी आज़ाद वेला रवी साबिक़ रियासती वज़ीर डी नागेंद्र , एम मुकेश के अलावा दूसरे मौजूद थे।
राहुल गांधी का इस्तेक़बाल करने वालों में इंडियन यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी सय्यद अज़मत उल्लाह हुसैनी के अलावा दूसरे मौजूद थे।
राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना के अवाम ने 60 साल से जद्द-ओ-जहद की और कांग्रेस पार्टी ने भी साथ दिया 2 जून को अलाहिदा तेलंगाना रियासत तशकील दी जाएगी।
तेलंगाना को बी जे पी ने रोकने की बहुत कोशिश की मगर कांग्रेस पार्टी अवाम से जब कोई वादा करती है तो उस को पूरा करती है। 2001 में टी आर एस का वजूद अमल में आया है मगर इस से पहले कांग्रेस के 40 अरकाने असेंबली ने क़रारदाद मंज़ूर करते हुए अलाहिदा तेलंगाना रियासत तशकील देने का मुतालिबा किया।
उन्होंने तेलंगाना के अवाम को नई रियासत में बड़े ख़ाब देखने का मश्वरह दिया। तेलंगाना की तरक़्क़ी में समाज के तमाम तबक़ात को हिस्सादार बनाने पर ज़ोर देते हुए कहा कि ये काम सिर्फ़ कांग्रेस ही करसकती है।
टी आर एस सिर्फ़ बड़े बड़े वादे करसकती है मगर उस को अमली जामा नहीं पहना सकती। पहले टी आर इस के सरबराह ने अलाहिदा तेलंगाना रियासत की तशकील पर अपनी जमात को कांग्रेस में ज़म करने का वादा किया फिर तोड़ दिया फिर दलित को चीफ बनाने का वादा क्या इस से भी दस्तबरदार होगए।
अब हैदराबाद में नफ़रत की सियासत करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि हैदराबाद की तरक़्क़ी में सब का रोल है। ये अमन-ओ-प्यार का शहर है।
तेलंगाना का नौजवान घड़ी , टी शर्ट और जो जूता पहनता है इस पर मेड इन चीना लिखा होता है। घड़ी खरीदने पर चीन को आमदनी होती है और रोज़गार वहां के नौजवानों को मिलती है।
वैसे में घड़ी नहीं पहनता मगर मेड इन तेलंगाना की घड़ी पहनने का ख़ाहिशमंद हूँ और इस ख़ाब को पूरा करना टी आर एस के बस की बात नहीं है। सिर्फ़ कांग्रेस ही उस को पूरा करसकती है। हैदराबाद सॉफ्टवेर का शहर है।