डिप्टी फ़्लोर लीडर कौंसिल मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि हुकूमत बर्क़ी बोहरान से निमटने में नाकाम हो गई, जिस की वजह से किसान ख़ुदकुशी पर मजबूर हो रहे हैं। आज सी एल पी ऑफ़िस असेंबली में प्रैस कांग्रेस से ख़िताब करते हुए उन्हों ने कहा कि टी आर एस हुकूमत के पास बर्क़ी की कोई पालिसी नहीं है और ना ही बोहरान से निमटने के लिए कोई हिक्मते अमली तैयार की गई है, जिस की वजह से तेलंगाना रियासत में बेतहाशा कटौती की जा रही है।
उन्हों ने कहा कि बर्क़ी कटौती का असर तमाम शोबों पर पड़ रहा है, जब कि सब से ज़्यादा किसान मुतास्सिर हो रहे हैं। इलावाअज़ीं सनअतें, आई टी सेक्टर्स, घरैलू और कमर्शियल सरगर्मीयां बुरी तरह मुतास्सिर हो रही हैं। उन्हों ने कहा कि किसानों को बराबर 4 घंटे भी बर्क़ी नहीं फ़राहम की जा रही है।
देही इलाक़ों में 12 घंटे, मंडल, म्यूनसिंपल हैड क्वार्टर्स, और टाउन्स में 8 घंटे, जब कि शहर हैदराबाद में 4 ता 5 घंटे बर्क़ी कटौती की जा रही है। उन्हों ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत ने क़र्ज़ा माफ़ करने के इलावा किसानों के बच्चों को सोशल वेलफ़ेयर हॉस्टल्स में तालीम की सहूलत फ़राहम की और उन के लिए घरों की मंज़ूरी दी।
उन्हों ने रियास्ती वज़ीर फ़ाइनेन्स से इस्तिफ़सार किया कि रियासत में जी ओ 421 पर अमल आवरी हो रही है या नहीं? उस की वज़ाहत करें।