साबिक़ रुकन असेंबली-ओ-साबिक़ सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मिस्टर सैयद यूसुफ़ अली 25 फ़रवरी को तेलगूदेशम पार्टी में शमूलीयत इख्तेयार कर रहे हैं।
वाज़िह रहे कि मिस्टर सैयद यूसुफ़ अली 2009 के आम इंतेख़ाबात में तेलगुदेशम और टी आर एस के इत्तेहाद की बिना पर टी आर एस उम्मीदवार की हैसियत से हलक़ा लोक सभा ज़हीराबाद से मुक़ाबला किया था और मामूली अक्सरीयत से नाकामी के बाद टी आर एस में सरगर्म थी।
गवर्धन की टी आर एस में शमूलीयत के बाद ख़ामोशी इख्तेयार किए हुए थे लेकिन हाल ही में हुई तब्दीलीयां और टी आर एस से मुअत्तली के बाद दुबारा तेलगुदेशम में शामिल हो जाने का फ़ैसला किया था, और साबिक़ रियास्ती वज़ीर-ओ-रुकन असेंबली निज़ामाबाद रूरल मिस्टर एम वेंकटेश्वर राव और दीगर तेलगुदेशम पार्टी के क़ाइदीन ने यूसुफ़ अली को पार्टी में शामिल होने की तरग़ीब देते हुए सदर तेलगूदेशम मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू से बातचीत करवाई थी जिसकी बिना पर मिस्टर सैयद यूसुफ़ अली ने दुबारा तेलगुदेशम पार्टी में शमूलीयत का फ़ैसला कर लिया, और वो 25 फ़रवरी के रोज़ एन टी आर ट्रस्ट भवन में दुबारा तेलगूदेशम पार्टी में शामिल हो जाएंगी।
कामा रेड्डी में मुनाक़िदा ज़िमनी इंतेख़ाबात के मौक़ा पर मिस्टर सैयद यूसुफ़ अली का तेलगूदेशम में शामिल हो जाना एहमीयत का हामिल है और तेलगुदेशम पार्टी के लिए एक नई जान पैदा हो गई। यूसुफ़ अली और गोवर्धन की तेलगुदेशम से अलहैदगी के बाद कामा रेड्डी में तेलगुदेशम के वजूद को ख़तरा लाहक़ हो गया था।
कामा रेड्डी में सैयद यूसुफ़ अली की मज़बूत गिरफ्त है और उनके तमाम हामी दुबारा तेलगुदेशम में शामिल हो जायेंगे और ज़िमनी इंतेख़ाबात में तेलगूदेशम की कामयाबी के लिए यूसुफ़ अली की क़ियादत में मुहिम चलाई जायेगी और अक़ल्लीयती वोट भी हासिल होने के इम्कानात हैं।