रियासत की तक़सीम की सूरत में सिविल वार से मुताल्लिक़ ए पी एन जी औज़ के सदर अशोक बाबू की धमकी पर टी आर एस के रुकने असेंबली पोचारम श्रीनिवास रेड्डी ने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया।
अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए पोचारम श्रीनिवास रेड्डी ने अशोक बाबू के इस इश्तिआल अंगेज़ बयान को तेलंगाना की तशकील में रुकावट की एक साज़िश क़रार दिया।
उन्होंने सवाल किया कि रियासत की तक़सीम की सूरत में सिविल वार का क्या अशोक बाबू को कोई ख़ाब आया है, फिर किस बुनियाद पर वो इस तरह की धमकीयां दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अशोक बाबू किस हैसियत से सिविल वार की धमकी दे सकते हैं और इस तरह की जंग के ज़रीये आख़िर वो क्या हासिल करना चाहते हैं।
उन्होंने इल्ज़ाम लागया कि सीमांध्र क़ाइदीन इश्तिआल अंगेज़ बयानात के ज़रीये मर्कज़ी हुकूमत को रियासत की तक़सीम के अमल से रोकना चाहते हैं।
श्रीनिवास रेड्डी ने सीमांध्र इलाक़ों में जारी एहतिजाज को बनावटी क़रार दिया और कहा कि सीमांध्र के सरमाया कार और चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी की सरपरस्ती में ये एहतिजाज जारी है। उन्होंने कहा कि सीमांध्र अवाम को रियासत की तक़सीम से कोई दिलचस्पी नहीं और वो जानते हैं कि अलाहिदा रियासत के क़ियाम के बाद वो मज़ीद बेहतर अंदाज़ में तरक़्क़ी कर पाएंगे। श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि अशोक बाबू, चंद्राबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी सीमांध्र इलाक़ों में अपनी बरतरी क़ायम करने के लिए एक दूसरे पर मुसाबक़त कररहे हैं।