ममता बनर्जी ने हाल ही में तश्कील शूदा तीसरे महाज़ से अपने इख़राज की परवाह ना करते हुए कहा कि इस तीसरे महाज़ की कोई क़दर-ओ-मंजिलत नहीं है बल्कि ये सब बकवास है। तीसरा महाज़ थका हुआ महाज़ है।
उन्हें पूरा भरोसा है कि आने वाले लोक सभा इंतिख़ाबात के बाद मुल्क में वफ़ाक़ी महाज़ ही हुक्मरानी करेगा और ये एक मुख़्तलिफ़ नौईयत का एतिमाद है। चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल और तृणमूल कांग्रेस की सरबराह ममता बनर्जी ने वज़ारत-ए-उज़मा के लिए अपनी दावेदारी के इख़तियार को खुला रखा है और कहा है कि इस बात का फ़ैसला अवाम ही करेंगे।
उन्होंने कांग्रेस और बी जे पी के साथ किसी भी किस्म के इत्तिहाद के इमकान को रद कर दिया और उम्मीद ज़ाहिर की कि अवाम ही इंतिख़ाबात में उनकी पार्टी को इनाम-ओ-इकराम से नवाज़ेंगे। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि अब कोई ऐसी ताक़त की ज़रूरत नहीं है जिसे तीसरा महाज़ कहा जाता है ख़ासकर जिन में कमियूनिस्ट हूँ तो उस की कोई क़दर ही नहीं होगी क्योंकि अवाम ने सी पी आई (ऐम) को रद कर दिया है।
लिहाज़ा ये तीसरा महाज़ नहीं है बल्कि ये थका हुआ फ्रंट है। ममता बनर्जी इस सवाल का जवाब दे रही थीं जब उनसे पूछा गया कि आप हाल ही में 11 पार्टियों के तश्कील शूदा तीसरे महाज़ के बारे में क्या ख़्याल करती हैं जिस में बाएं बाज़ू पार्टियां, समाजवादी पार्टी, जनतादल (यू), जनतादल (एस) शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि ये तीसरा महाज़ ग़ैर कारकरद होगा क्यों कि अवाम ने उसको आज़माया है। ये पूछे जाने पर कि इस तीसरे महाज़ में उनकी पार्टी को शामिल ना करने पर वो क्या महसूस करती हैं। ममता बनर्जी ने जवाब दिया कि कुछ नहीं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि कोई भी महाज़ उस वक़्त मज़बूत और ग़ैरमामूली होगा जिस में तृणमूल कांग्रेस को शामिल किया जाएगा और ये इंतिख़ाबात के ऐलान के बाद ही तशकील पाएगा।