बैंकाक 24 जनवरी ( ए एफ पी ) थाईलैंड में मज़दूरों के हुक़ूक़ के लिए काम करने वाले जहदकार और मुक़ामी जरीदा के एडीटर को शाही निज़ाम पर तन्क़ीद के इल्ज़ाम में 11 साल जेल की सज़ा सुना दी गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ मज़दूर हुक़ूक़ कारकुन सोमेवत प्रोकसाका सेमसूक ने एक मुक़ामी हफ्त रोज़ा में इंतिज़ामीया मुख़ालिफ़ इंटरव्यू दिया था जिस में उन्हों ने शाही ख़ानदान के तहफ़्फ़ुज़ के बारे में क़वानीन पर शदीद तन्क़ीद करते हुए कहा था कि ऐसे क़वानीन निज़ाम इंसाफ़ के ख़िलाफ़ हैं ,
जबकि एक आम शहरी की इज़हारे आज़ादी राय पर रोक लगा कर इस दोहरे मयार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने पर भी पाबंदी आइद कर दी गई है। एक मुक़ामी अदालत ने सोमेवत को शाही ख़ानदान की गुस्ताख़ी पर सज़ा सुनाई ।