नई दिल्ली: मर्कज़ी वज़ीरे फाइनेंस अरूण जेटली ने आज अपनी बजट तक़रीर में काश्तकारों, ज़रात, तरक़्क़ी, सरमायाकारी और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर-ज़ोर दिया है। सरमाया कारी इंतेहाई एहमीयत के साथ तक़रीर में शामिल की गई है।
इस मौज़ू के लिए तक़रीर के 37 मिनट मुख़तस किए गए। तरक़्क़ी का 20 मर्तबा तज़किरा किया गया। काश्तकारों और ज़रई शोबे का अली उल-तरतीब 32 और 24 मर्तबा तज़किरा किया गया। जेटली के पेशरू पी चिदम़्बरम ने तरक़्क़ी को अपने उबूरी बजट की तक़रीर के दौरान जो फ़रवरी2014 में की गई थी,37 बार मौज़ू बनाया था लेकिन सरमायाकारी के बारे में सिर्फ11 मर्तबा कहा गया था।
जेटली ने देही इलाक़ों की मईशत का 25 मर्तबा तज़किरा किया है। तिजारत को बजट तजावीज़ का अहम सतून क़रार दिया गया है। वज़ीर-ए-आज़म ने यही बात छः मर्तबा दोहराई है। बहैसीयत मजमूई अरूण जेटली की बजट तक़रीर काश्तकारों, तरक़्क़ी और सरमाया कारी के बारे में लफ्फ़ाज़ी के सिवाए और कुछ नहीं है|