दस लाख की खातिर बहू को घर से निकाला

पटना 3 मई : अप्रैल, 2013 की पहली तारीख को दानापुर के ताराचक मोहल्ले की पूजा कुमारी का गायघाट मंदिर में पड़ोस के चांदमारी मोहल्ले के लड़के रचित उर्फ सोनू से मुहब्बत की शादी करना ‘अप्रैल फूल’ यानी मजाक बनकर रह गया है। शादी करने के बाद पूजा ज्यों ही अपने ससुराल की दहलीज़ पर पहुंची, सोनू के वालिद राजेन्द्र सिंह जो रिटायर्ड फौजी हैं, उन्होंने यह कहकर उसे वापस भेज दिया – जब तक तुम्हारे घर से दस लाख रुपया जहेज़ नहीं मिलेगा, तुम घर में नहीं आ सकती।

जुमेरात को एसएसपी मनु महाराज के अवाम दरबार में इंसाफ का मुतालबा करने आई मुतासिरा पूजा ने बताया कि सोनू से वह गुजिस्ता चार सालों से मुहब्बत करती है। वह इंटर की तलबा है, जबकि सोनू इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने 1 अप्रैल, 2013 को गायघाट मंदिर में शादी की थी। इसके बाद सोनू उसे आरा जिला के अमईया गांव में अपने ननिहाल लेकर चला गया। शादी की जानकारी मिलने के बाद सोनू के वालिद ने उसी रोज दोनों को दानापुर के ताराचक वाक़ेय मकान में बुला लिया। जैसे ही पूजा वहां पहुंची, राजेन्द्र सिंह दरवाजा पर खड़े हो गए। उन्होंने अपने बेटे का हाथ पकड़कर घर के अंदर खींच लिया और पूजा को दहेज में दस लाख रुपए लाने की बात कहकर दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद पूजा जोर-जोर से दरवाजा पीटने लगी। नतीजतन सोनू के घर के बाहर लोगों का मजमा लग गया। इसपर राजेन्द्र सिंह गुस्सा हो गए और वह पूजा को मारने लगे। साथ ही उसकी कान की बाली और सोने की चेन भी छीन लिया। इस बाबत मुतासिरा ने मुकामी थाने में सनाह भी दर्ज कराई है। उसने सीनियर एसपी मनु महाराज ने कहा कि दानापुर पुलिस मामले को संजीदगी से नहीं ले रही है। एसएसपी ने मामले को ख्वातीन थाने को सुपुर्द कर दिया है।