बैंक कर्मचारी यूनियनों ने भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के सैलरी में 2 फीसदी की बढ़ोत्तरी के ऑफर को खारिज कर दिया और संगठन ने अपनी मांगों को लेकर मई महीने में हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के संगठन एआईबीओसी के जनरल सेक्रेटरी डीटी फ्रांको ने एक बयान में कहा कि आईबीए का शुरुआती ऑफर महज 2 फीसदी बढ़ोत्तरी का था, जिसे पूरी तरह खारिज कर दिया गया।
यूएफबीयू को 9 इम्प्लॉइज और ऑफिसर्स यूनियंस को मिलाकर बनाया गया है। फोरम ने निर्णय लिया कि 9 मई को देश के लगभग 10 लाख बैंक कर्मी 2 दिन हड़ताल करेंगे।
शनिवार को हुई मीटिंग में आईबीए द्वारा रखे गए 2 फीसदी के ऑफर को खारिज कर दिया गया। पिछली वेतन वृद्धि में आईबीए ने 15 फीसदी बढ़ोतरी की थी।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (ए.आई.बी.ई.ए.) के महासचिव सी. वेंकटचलम ने बताया कि बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों का वेतन संशोधन एक नवम्बर, 2017 से बकाया है।
वित्त मंत्रालय ने बैंक प्रबंधनों और आई.बी.ए. को इस विषय पर चर्चा पूरी करके एक नवम्बर 2017 से संशोधित वेतन जारी की सलाह दी थी।