पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के लीडर बिलावल भुट्टो जरदारी ने जुमे के रोज़ कहा कि मुल्क को बचाने का वाहिद तरीका दहशतगर्दों से लड़ना है और दहशतगर्दों के तशद्दुद छोड़ने तक उनके साथ किसी तरह की बातचीत नहीं होनी चाहिए।
अपनी वालिदा बेनजीर भुट्टो के कत्ल की बरसी के मौके पर बिलावल ने कहा कि दहशतगर्द जब तक हथियार नहीं डालते हैं और आईन को कुबूल नहीं करते हैं तब तक उनके साथ बातचीत नहीं की जा सकती।
रावलपिंडी में 27 दिसंबर, 2007 को एक इंतेखाबी इजलास के दौरान हुए धमाके में बेनजीर की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को बचाने का इकलौता रास्ता यही है कि दहशतगर्द का मुकाबला किया जाए।’
बिलावल ने साबिक क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के लीडर इमरान खान का हवाला देते हुए कहा, ‘बुजदिल खान दहशतगर्दों की ताईद में बहाने मत बनाइए। बुजदिल खान ने तहरीक-ए-तालिबान के सामने खुदसुपुर्दी कर दिया है। दहशतगर्द के खिलाफ लड़ाई नाटो के फराहमी रास्तों को बंद करके और ड्रोन हमलों के खिलाफ रैलियां करके नहीं जीती जा सकतीं।’ इमरान तालिबान के साथ बातचीत की पैरवी करते रहे हैं।