यरूशलम 19 जनवरी: हिन्दुस्तान और इसराईल ने दहश्तगर्दी से दरपेश चैलेंजेज का ज़िक्र करते हुए इस लानत से निमटने के लिए बाहमी रब्त को बेहतर बनाने से इत्तेफ़ाक़ किया है।
वज़ीर उमोर ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने इसराईली क़ियादत से मुलाक़ात की और बाहमी-ओ-इलाक़ाई उमोर पर वसी-तर तबादला-ए-ख़्याल किया। सुषमा स्वराज बहैसीयत वज़ीर-ए-ख़ारजा मग़रिबी एशीया का पहली मर्तबा दौरा कर रही हैं। सरकारी ओहदेदार ने इन मुलाक़ातों की तफ़सील बताते हुए कहा कि हिन्दुस्तान और इसराईल के अतराफ़ के इलाक़े नाज़ुक हालात से गुज़र रहे हैं। दहश्तगर्दी से लाहक़ ख़तरात ने इस तशवीश को और बढ़ा दिया है और इस से निमटने के लिए दोनों ममालिक के माबैन बाहमी तआवुन में इज़ाफ़ा ज़रूरी है।
दोनों ममालिक ने मुस्तक़बिल में इत्तेलात के तबादले से इत्तेफ़ाक़ किया। सदर इसराईल ने बाहमी मआशी रवाबित में बेहतरी की ज़रूरत पर-ज़ोर देते हुए कहा कि दोनों ममालिक को फ़्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफ़ टी ए ) जल्द अज़ जल्द क़तईयत देना चाहीए।
सुषमा स्वराज ने याद-ए-वाशिम का दौरा किया जहां उन्होंने हौलू कासट के महलोकीन को ख़राज पेश किया। वज़ीर-ए-ख़ारजा सुषमा स्वराज ने कहा कि हिन्दुस्तान इसराईल के साथ अपने ताल्लुक़ात को आला तरीन एहमीयत देता है।
नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें वज़ीर-ए-ख़ारजा हिंद का ख़ौरमक़दम करते हुए इंतेहाई ख़ुश है क्युं कि वो वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी को अपना अच्छा दोस्त और साथी समझते हैं। दोनों ममालिक के बढ़ते हुए ताल्लुक़ात इस बात का सबूत हैं। दोनों ममालिक अपने रवाबित और तआवुन में साइंस टेक्नोलॉजी साइबर दिफ़ा और ज़राअत के शोबों में इज़ाफ़ा कर रहे हैं। सुषमा स्वराज इसराईल में मुक़ीम हिन्दुस्तानी बिरादरी से भी मुलाक़ात करेंगी यहां हिन्दुस्तानी यहूदी फ़िर्क़ा चार ग्रुपस में पाए जाते हैं जिनकी तादाद तक़रीबन 80 हज़ार है।