दाऊद को पकड़ने के लिए निकले तीन स्कूली बच्चे

कराची में रह रहे भारत के मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम को पकड़ने के लिए पटना संत माइकल स्कूल के तीन तालिबे इल्म घर से निकल पड़े। इस चक्कर में वे मोकामा, बाढ़ और मगरीबी बंगाल भी गये। एक तालिबे इल्म घर लौट आया है लेकिन दो तालिबे इल्म अब भी घर नहीं पहुंचा है। पुलिस ने बताया कि संत माइकल स्कूल के नवमी के तालिबे इल्म विपिन (कुर्जी), सत्यम (पाटलिपुत्र) और उमर (मैनपुरा) जुमा को अपने-अपने घरों से स्कूल जाने के लिए निकले।

पाटलिपुत्र वाक़ेय पीएम एंड मॉल पहुंच कर तमाम ने पिज्जा-बर्गर खाया और प्लान बनाया कि वे कराची जा कर दाऊद इब्राहिम को पकड़ेंगे और उसे भारत हुकूमत के हवाले कर देंगे। कराची जाने के लिए पैसों की जरूरत थी। एमएलए अनंत सिंह से इस काम में मदद मांगने वे मोकामा रवाना हो गये।

वहां मुलाकात नहीं होने पर वे बाढ़ पहुंचे। वहां भी मुलाकात नहीं होने पर एक मुलाज़िमीन ने बताया कि वे पटना में रहते हैं। इसके बाद वे मगरीबी बंगाल के नलवाड़ी पहुंचे, लेकिन वहां सारा पैसा खत्म हो गया। किसी तरह वे पटना वापस लौटे। पटना जंकशन उतरने के बाद विपिन ने कराची जाने की मंसूबा रद्द कर दी और घर वापस लौट गया, लेकिन सत्यम और उमर कहीं और चले गये। विपिन जैसे ही घर पहुंचा, वैसे ही अहले खाना ने लौटने की जानकारी पुलिस को दी। दीगर दो तालिबे इल्म के लौटने की इत्तिला पुलिस को नहीं मिली है।

विपिन ने बताया कि वे कराची जा कर दाऊद को पकड़ना चाहते थे। इसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी और वे मोकामा, बाढ़ और बंगाल भी गये। पटना जंकशन पर उतरने के बाद वह अपने घर चला आया। सत्यम और उमर भी पटना आ गये हैं। यह विपिन के बयान से साफ हो गया है। फिलहाल दोनों के घर पहुंचने की तसदीक़ नहीं हुई है।
पी के झा,थाना इंचार्ज ,दीघा