मध्य प्रदेश में ऐसे एम एल एज़ जो मुजरिमाना सरगर्मियों में मुलव्वस रहे हैं, उनके तनासुब में 2008 के एसेंबली इंतिख़ाबात के मुक़ाबले 6 फ़ीसद का इज़ाफ़ा हुआ है।
दी नेशनल इलेक्शन वाच (New) और एसोसीएशण फ़ार डेमोक्रेटिक रीफार्मस (ADR) ने बताया कि मुजरिमाना सरगर्मियों के हामिल 71 एम एल एज़ के मिनजुमला 48 एम एल एज़ का ताल्लुक़ बी जे पी से (9 फ़ीसद) और 23 एम एल एज़ का ताल्लुक़ कांग्रेस से है। मज़कूरा बाला दोनों तंज़ीमों ने मध्य प्रदेश के वज़ीर-ए-आला शिवराज सिंह चौहान से अपील की है कि दागदार एम एल एज़ को आएनी ओहदा ना दिया जाये।
हैरतअंगेज़ बात ये है कि दागदार किरदार के हामिल 20 एम एल एज़ दुबारा मुंतख़ब हुए हैं। और New और ADR ने इलेक्शन कमीशन को इन उम्मीदवारों की जानिब से दाख़िल करदा हल्फनामों का तजज़िया करने के बाद ही ये बात मालूम हुई जिन का ताल्लुक़ बी जे पी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी से बताया गया है। अलबत्ता बी जे पी क़ाइद कैलाश विजय वरघया जिन के ख़िलाफ़ 2008 तक फ़ौजदारी के छः मुआमलात ज़ेर तसफ़ीया हैं, की केस तफ़सीलात दस्तयाब ना हो सकीं।