दाभोलकर मर्डर केस: सीबीआई ने चार्जशीट में सनातन संस्था के संस्थापक की लिखी किताब भी

नरेन्द्र दाभोलकर की हत्या के मामले में सनातन संस्था के नेता वीरेन्द्र तावड़े के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के बाद
सीबीआई ने इस संदर्भ में किताब पेश की है। सनातन संस्था के संस्थापक डॉ जयंती बालाजी आठावले द्वारा लिखी किताब
महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति और सनातन संस्था के बीच विवाद को तफ्सील बताया गया है। सीबीआई सुत्रो के तफ्तीश में
यह बात निकलकर सामने आई है सनातन संस्था दाभोलकर की हत्या की साजिश बहुत पहले से ही कर रही थी।

84 पन्नों की किताब में सीबीआई दावा करती है कि नरेन्द्र दाभोलकर की संस्था महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति और नरेन्द्र
दाभोलकर के खिलाफ नफरत भरी बाते लिखी गई है। सीबाआई इस किताब का एक पैरा का जिक्र करती है जिसमें लिखा है,”
धर्मयुद्द में 5 फीसदी इंसानो को प्रकृति तैयार करती है बुराई से लड़ने के लिए हमें उन 5 फीसदी लोगों को तलाश कर हथियार
चलाने ट्रेनिंग देना चाहिए। ईश्वर ने हमें हथियार इन बुराईयों के खिलाफ लड़ने के लिए ही दिया है।”

सीबीआई ने चार्जशीट में कहा है कि ये दाभोलकर के किताब “स्प्रीच्यूलिटी” के जवाब में सनातन संस्था द्वारा ये किताब लिखी
गई। सीबीआई चार्जशीट में इस किताब एक और पैरा को संदर्भ देते हुए कही है कि जिसमें लिखा है कि धर्मयुद्द में ये मायने नहीं रखता कि हम किसे गोली मार रहे हैं। ईश्वर का नाम लेकर अगर हम गोली चलाते हैं तो इसका निशाना सही जगह लगता है।

करीब दो साल पहले डॉ. नरेन्द्र दाभोलकर की पुणे में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।अंधविश्वास और
कुप्रथाओं के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले डॉ. दाभोलकर सनातन संस्था और अन्य दक्षिणपंथियों के निशाने पर रहते थे।
उनकी हत्या के मामले में कोई सुराग नहीं मिल पाने से महाराष्ट्र पुलिस की काफ़ी किरकिरी हुई थी।महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
के बाद भाजपा सरकार ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी।