नई दिल्ली 19 अप्रैल: मुल्क में ग़िज़ाई अजनास की क़ीमतें तेज़ी से बढ़ रही हैं। पिछ्ले दो हफ़्तों के दौरान मुख़्तलिफ़ अक़साम के दालों की क़ीमत में तक़रीबन 25 फ़ीसद इज़ाफ़ा देखा गया। क़ौमी दारुल हुकूमत नई दिल्ली में ताजरीन का ये मौक़िफ़ है कि आइन्दा दिनों में क़ीमतों में मज़ीद इज़ाफे का अंदेशा है। उरथ दाल जो थूक बाज़ारमें 130 ता 140 रुपये थी अब उस की क़ीमत बढ़कर 190 ता 200 रुपये किलो हो गई है।
होलसेल क़ीमत तक़रीबन 180 ता 190 रुपये फ़ी किलो पहूंच गई है। इसी तरह अरहर की क़ीमत होलसेल मार्किट में तक़रीबन 150 रुपये फ़ी किलो और चना दाल की क़ीमत होलसेल मार्किट में 55 से बढ़कर 70 रुपये फ़ी किलो तक पहूंच गई है। हिन्दुस्तान दालों का सबसे बड़ा पैदावार कनुंदा मुल्क है लेकिन अब उसे दाख़िली तलब को पूरा करने के लिए तीनता चार मिलियन टन दाल दरआमद करनी पड़ रही है। माली साल 2015-16 के इबतेदाई निसफ़ में 2.23 मिलियन टन दालें दरआमद की गईं। दिल्ली में ताजरीन का कहना है कि हुक्काम की कोशिशों के बाइस तलब में किसी क़दर कमी वाक़्ये हुई है।
हुकूमत ने पिछ्ले साल सूरते हाल पर क़ाबू पाने के लिए कई इक़दामात किए जिसकी वजह से ताजरीन ने दालों का ज़ख़ीरा करना बंद कर दिया था। उस की वजह से तलब और सरबराही में फ़र्क़ हो गया और अब क़ीमतों में इज़ाफ़ा हो रहा है। तेलंगाना में भी दालों की क़ीमत में काफ़ी इज़ाफ़ा देखा गया खास्कर दारुल हुकूमत हैदराबाद में चना दाल की होलसेल क़ीमत बढ़कर 75 रुपये फ़ी किलो हो गई है। दाल की क़ीमत भी 75 रुपये और तूर दाल 145 रुपये फ़ी किलो जबकि माश की दाल 190 रुपये और मूंग दाल की क़ीमत बढ़कर 100 रुपये फ़ी किलो तक पहूंच गई है।