पटना सीरियल धमाके से झारखंड के तार जहां और मजबूत होते जा रहे हैं। वहीं, अब इनका कनेक्शन दिल्ली हाईकोर्ट के गेट के बाहर हुए धमाके और अजमेर धमाके से भी जुडऩे लगे हैं।
आईबी की हिदायत पर रामगढ़ के भदानी नगर और हजारीबाग के खिरगांव में मंगल रात और बुध की रात के दौरान छापेमारी कर एनआईए और मुक़ामी पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। इसमें खिरगांव के जावेद अंसारी और रामगढ़ के शमशेर अंसारी को पकड़ा गया है। दोनों रिश्ते में साडू हैं। एनआईए ने दोनों के ससुर जब्बार से भी पूछताछ की।
पटना ब्लास्ट में पहले पकड़े गए मुल्जिमान के मोबाइल डिटेल की बुनियाद पर शमशेर की और शमशेर की निशानदेही पर जावेद की गिरफ्तारी हुई। हालांकि, शमशेर का कहना है कि उसका मोबाइल (9199176564) तीन माह पहले खो गया था।
जबकि, रामगढ़ पुलिस का कहना है कि इस नंबर पर पटना धमाकों में शामिल दहशतगर्दों से कई बार बात की गई। एनआईए की टीम दोनों को लेकर रांची पहुंच गई है और पूछताछ जारी है। दो दीगर लोगों की गिरफ्तारी के लिए आईबी और मुक़ामी पुलिस हजारीबाग में छापेमारी कर रही है।
शमशेर ने पूछताछ में खुलासा किया कि जावेद आईएम से जुड़ा हुआ है।पकड़े जाने के बाद जावेद ने शमशेर के बारे में यही खुलासा किया। जावेद हजारीबाग में टैक्सी चलाता था, जबकि शमशेर छह महीने से वहीं रहकर मजदूरी कर रहा था।
एडीजी ने कहा-रांची से होंगी कई और गिरफ्तारियां
पुलिस की माने तो साबिक़ में इंडियन मुजाहिद्दीन के मेम्बर धमाके में आरडीएक्स का इस्तेमाल करते थे। आरडीएक्स से धमाका इतना ताकतवर होता था कि इसमें कई लोगों की जाने जाती थीं। लेकिन, दिल्ली कोर्ट, बोधगया और गांधी मैदान में किए गए विस्फोट की ताकत उससे काफी कम थी। आईएम मेंबरों का मक़सद अब भगदड़ मचाने पर होता है, इसलिए ऐसा किया गया।