दिल्ली पुलिस फ़राइज़ की अंजाम दही में अलर्ट

नई दिल्ली, 05 फरवरी: ( एजेंसी) पुलिस फ़ोर्स इसलिए भी बदनाम है कि पहले तो किसी मुआमला की एफ आई आर दर्ज करने में टाल मटोल से काम लिया जाता है और अगर दर्ज कर लिया भी जाये तो तहकीकात कछुवे की रफ़्तार से आगे बढ़ती है । इसमें अगर किसी शिकायत कनुंदा को पुलिस की जानिब से फ़ोन वसूल हुआ और उनसे ये इस्तिफ़सार किया जाये कि आया उनकी शिकायत पर मुनासिब कार्रवाई हो रही है या नहीं ? तो ये यक़ीनन एक ख़ुशगवार तब्दीली ही कही जाएगी ।

जी हाँ ! दिल्ली पुलिस की जानिब से अब ऐसा ही किया जा रहा ये जहां फ़ोन करने वाले अहलकार शिकायत कुनुन्दगान से पूछते हैं कि जवाइंट कमिशनर ये जानना चाहते हैं कि उनकी शिकायत पर मुनासिब कार्रवाई हो रही है या नहीं और कहाँ तक पेशरफ़्त हुई है । याद रहे कि 16 दिसंबर को दिल्ली इजतिमाई इस्मतरेज़ि के बाद मुल्क गीर पैमाने पर जो एहतिजाज हुए थे , ये तब्दीली उसी का नतीजा है ।

दरि असना एक सेंटर्ल पुलिस ऑफीसर ने बताया कि ज़्यादातर ये शिकायतें मिलती हैं कि पुलिस किसी भी जुर्म के वाक़िया की शिकायत दर्ज करवाने वालों के साथ कोई तआवुन नहीं करती । दिल्ली का महकमा पुलिस अब अपनी ज़िम्मेदारीयों को बख़ूबी निभाने के लिए पुरअज़म नज़र आ रहा है ।

16 दिसंबर को रूह फ़र्सा वाक़िया रौनुमा हुआ था और 16 जनवरी से ( पूरे एक माह बाद ) पुलिस ने शिकायत कुनुन्दगान के फोन्स पर उनसे इस्तिफ़सार करना शुरू कर दिया है । महकमा पुलिस अब इस बात का ख़ाहां है कि हर पुलिस स्टेशन हुदूद में रौनुमा हुए जराइम की शिकायत दर्ज करने वालों के साथ पूरा पूरा तआवुन किया जाये और तहकीकात में पेशरफ़्त से भी शिकायत कुनुन्दों को वक़तन फ़वक़तन मालूमात दी जाये ताकि उन्हें इत्मीनान हो कि पुलिस अपनी ज़िम्मेदारियां बख़ूबी निभा रही है ।