दिल्ली बी जे पी के सदर सतीश उपाध्याय ने आज पार्टी के सीनियर लीडर और मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह से मुलाक़ात की और दिल्ली में हुकूमत तशकील देने से मुताल्लिक़ उमोर पर तबादला-ए-ख़्याल किया। दिल्ली में पाए जाने वाली मौजूदा सूरत-ए-हाल पर पार्टी के अरकान असेम्बली के ख़्यालात के ताल्लुक़ से भी राजनाथ सिंह को वाक़िफ़ करवाया गया।
समझा जाता है कि उन्होंने राजनाथ सिंह को ये समझाने की कोशिश की कि अगर बी जे पी हुकूमत तशकील देती है तो इस के सामने कोई बड़ा चैलेंज खड़ा नहीं होगा। राजनाथ सिंह से तक़रीबन निस्फ़ घंटा बातचीत के बाद सतीश उपाध्याय ने कहा कि पार्टी ही ये फ़ैसला करेगी कि आया अगर लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग ने तशकील हुकूमत की दावत दी तो बी जे पी को क़दम उठाना चाहिए या नहीं।
अब तक हुकूमत बनाने के लिए कोई तजवीज़ सामने नहीं आई है जो कुछ किया जाएगा वो दस्तूर के मुताबिक़ ही होगा। हम हुकूमत बनाने का फ़ैसला इस सूरत में करेंगे जब हुकूमत साज़ी के लिए हम को तजवीज़ पेश की जाती हो ये पूछे जाने पर कि आख़िर बी जे पी हुकूमत बनाने के लिए अक्सरीयत किस तरह हासिल करेगी असेम्बली में अक्सरीयत साबित करने के लिए मज़ीद पाँच अरकान असेम्बली की ताईद दरकार होगी।
इस पर उन्होंने सिर्फ़ ये कहा कि पार्टी इस सवाल का उस वक़्त जवाब देगी जब हुकूमत बनाने के लिए उस को मदऊ किया जाये। फ़िलहाल बी जे पी तन्हा तौर पर अपनी हलीफ़ पार्टी अकाली दल के वाहिद रुकन असेम्बली के साथ 29 अरकान की अक्सरीयत रखती है
उस को 70रुकनी असेम्बली में अक्सरीयत साबित करने के लिए मज़ीद पाँच अरकान असेम्बली की ताईद की ज़रूरत होगी।
फ़िलहाल असेम्बली की मोस्सर अक्सरीयत 67 की है क्योंकि बी जे पी अरकान असेम्बली लोक सभा के लिए मुंतहब हुए हैं। इंसिदाद-ओ-इन्हिराफ़ क़ानून के तहत मौजूद दफ़आत से बचने के लिए कांग्रेस के 8अरकान असेम्बली के मिनजुमला 16अरकान असेम्बली पार्टी छोड़ देंगे।
कल ही कांग्रेस ने मीडिया के सामने अपने अरकान असेम्बली की परेड करवाई थी और ये बताया था कि इस के तमाम अरकान असेम्बली मुत्तहदा हैं और पार्टी की सफ़ में मज़बूती से खड़े हैं। कांग्रेस ने किसी भी इमकानी फूट को मुस्तरद कर दिया था। ज़राए ने कहा कि उपाध्याय ने राजनाथ सिंह को बता दिया कि पार्टी के अरकान असेम्बली ताज़ा इंतेख़ाबात कराने से पस-ओ-पेश ज़ाहिर कररही हैं।
चार दिन क़बल ही इस से मुलाक़ात के दौरान वाज़िह कर दिया गया है ताहम बी जे पी दिल्ली के सीनियर क़ाइदीन हुकूमत बनाने के हामी नहीं हैं। इस से ज़्यादा बेहतर ये है कि इंतेख़ाबात का मुक़ाबला किया जाये क्योंकि बी जे पी को लोक सभा इंतेख़ाबात में वाज़िह 70असेम्बली हलक़ों के मिनजुमला 60 हलक़ों में कामयाबी हासिल होगी।
इस दौरान आर एस एस लीडर राम माधव ने जो हाल ही में बी जे पी में शामिल हुए हैं इन इत्तिलाआत की तरदीद की है कि आर एस एस ने बी जे पी क़ाइदीन से कहा है कि वो दिल्ली में हुकूमत तशकील देने की कोशिश ना करे । उन्होंने कहा कि ये रिपोर्टस क़ियास आराईयों और ईर दरुस्त मालूमात पर मबनी है। आम आदमी पार्टी ने इल्ज़ाम आइद किया कि बी जे पी कांग्रेस के अरकान असेम्बली को फी कस 20करोड़ रुपये में ख़रीदने की कोशिश कररही है।