भारतीय आवाम के दिलो में इनटॉलेरेंस इस तरह समा चुका है कि उसके नतायज़ आम हो रहे है ,दो दिन पहले एक खातून ने ट्विटर पे अपना मेसेज साझा किया है जिसमे उसके दोस्त के साथ घटी घटना का ज़िक्र था मेसेज साझा करते हुये खातून ने अपनी चिन्ताओ का इज़हार भी इज़हार किया
मेसेज में खातून के दोस्त ने लिखा मैं दिल्ली मेट्रो में थी मैं उर्दू में लिखी गयी जश्ने- रेखता किताब पढ़ रही थी .
इसी बीच दो लोग आपस में बात करते है “इन हरामियों को सीधा पाकिस्तान भेजो ,देखो कश्मीर में क्या ****** मचाया हुआ है ,पाकिस्तानी है सब के सब “
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