दिल्‍ली में AAP की हुकूमत

सियासत की रपटीली राहों पर मजबूती से कदम बढ़ाने वाले ‘आम आदमी’ अरविंद केजरीवाल ने दिल्‍ली के वज़ीर ए आला के ओहदे की हलफ ले ली है | दिल्‍ली में सर्द दिन के बीच गुनगुनी धूप खिली हुई है ‘आम लोगों’ में पूरा जोश नजर आ रहा है, क्‍योंकि सिर्फ दिल्‍ली ही नहीं, बल्कि मुल्क की सियासत एक नया करवट लेने को बेताब है बेहद कम वक्‍त में खुद को एकदम सिफर ( ज़ीरो) से खड़ा करने वाली आम आदमी पार्टी दिल्‍ली में हुकूमत बना रही है |

अभी मनीष सिसोदिया ओहदे और राज़दारी की हलफ ले रहे हैं रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल ने ठीक 12 बजे हलफ ली नायब गवर्नर नजीब जंग के साथ मंच पर मौजूद हैं |

अरविंद केजरीवाल रामलीला मैदान पहुंच चुके हैं वे बाराखंबा मेट्रो स्‍टेशन अहाते से बाहर निकलकर कार में सवार हुए इससे पहले केजरीवाल कौशांबी स्‍टेशन से मेट्रो में सवार हुए खास बात यह रही कि कौशांबी मेट्रो स्‍टेशन पर पहुंचकर केजरीवाल Escalator से प्‍लेटफॉर्म पर पहुंचे |

स्‍टेशन पर आम दिनों के मुकाबले बहुत ज्‍यादा भीड़ है वहां सेक्युरिटी के लिए बेहतर इंतेजाम किए गए हैं |

अरविंद केजरीवाल सुबह करीब 10.40 बजे अपने घर से कौशांबी मेट्रो स्‍टेशन के लिए निकले बाहर आने के बाद केजरीवाल ने कहा कि अगर सारे लोग अच्‍छे मकसद के लिए जमा हो गए, तो मुल्क की तस्वीर बदल जाएगी. उन्‍होंने कहा, ‘यह आजादी की दूसरी लड़ाई है.’

अरविंद केजरीवाल के हलफ बर्दारी की तकरीब से पहले अन्‍ना हजारे ने उन्‍हें मुबारकबाद दी हैं अन्‍ना ने केजरीवाल को ई-मेल भेजा है अन्‍ना ने लिखा है कि उनकी तबीयत खराब है, इसलिए वे तकरीब में नहीं पहुंच रहे हैं |

दारुल हुकूमत की तारीखी रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल काबीने की हलफ बर्दारी तकरीब को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो चुकी है ऐसा लग रहा है, जैसे दिल्‍ली का हर रास्‍ता रामलीला मैदान को ही जा रहा हो लोग अपने ‘हीरो’ को दिल्‍ली की सत्ता संभालते देखने को बेताब हैं |

बतौर दिल्ली के वज़ीर ए आला अरविंद केजरीवाल का ‘राजतिलक’ होगा, जिन्होंने करप्शन के खिलाफ सिर्फ अपनी जिद पर सियासत की सिम्त मोड़ दी और सियासत की तारीख में नाम दर्ज करा लिया केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के सभी 6 मुस्तकबिल के वज़ीर इस तकरीब में सेक्युरिटी, तामझाम या लश्कर के साथ नहीं, बल्कि आम आदमी की तरह ही मेट्रो में सवार होकर ही पहुंच रहे हैं |

हलफ बर्दारी तकरीब में अन्ना हजारे, केजरीवाल की साबिक साथी किरण बेदी, जस्टिस संतोष हेगड़े और एडमिरल रामदास के इलावा किसी के बैठने के लिए वीआईपी इंतेजाम नहीं है हालांकि अन्‍ना तकरीब में नहीं आ रहे हैं खास और आम के साथ केजरीवाल के घर वाले भी उसी नाज़रीन के साथ शामिल होकर दिल्ली में तारीखी हलफ बरदारी के गवाह बनेंगे, जिसमें दिल्ली और मुल्क के दूसरे हिस्सों से आए आम लोग मौजूद होंगे |

दिल्ली के रामलीला मैदान में तारीख के न जाने कितने पन्ने गढ़े गए हैं हिन्दुस्तान में बदलाव की सियासत का एक और पन्ना आज इसी रामलीला मैदान में फिर तारीख की तारीखों में दर्ज हो रहा है |

महज 28 महीने पहले इसी रामलीला मैदान में करप्शनसे आज़ाद हिंदुस्तान के लिए एक इंकलाब की पैदाइश हुई थी इसी रामलीला मैदान में दिल्ली में एक ऐसी हुकूमत हलफ लेने जा रही है, जिसका मकसद ही है बदउनवानी का खात्मा |