यूनिसेफ ने मंगलवार को कहा कि दुनिया को पिछले 25 वर्षों में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए सर्वाधिक गरीब बच्चों की मदद करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यूनिसेफ ने अपनी वार्षिक ‘‘स्टेट आॅफ द वर्ल्ड्स चिल्ड्रन’’ रिपोर्ट में कहा कि उसने 1990 के बाद से शिशु मृत्युदर में आई 53 प्रतिशत गिरावट और अत्यधिक गरीबी में आई नाटकीय कमी जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जायजा लिया।
उसने चेतावनी दी कि यदि पांच साल से कम आयु के सबसे कमजोर छह करोड़ 90 लाख बच्चों पर प्रमुखता से ध्यान नहीं दिया गया तो वे ऐसे कारणों से मारे जाएंगे जिन्हें रोका जा सकता था और 16 करोड़ 70 लाख लोग आगामी 15 वर्ष में गरीबी से जूझेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2030 तक 75 करोड़ लड़कियों का बाल विवाह होगा। यूनिसेफ के उप कार्यकारी निदेशक जस्टिन फोर्सिथ ने कहा कि अब तक हुई प्रगति ‘‘मुख्य रूप से उन बच्चों पर ध्यान केंद्रित करके की गई है जिन तक पहुंचना अपेक्षाकृत आसान है या यह प्रगति उच्च प्रभाव के साथ स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में हस्तक्षेपों से की गई है।