हज़रत उम्मे कुलसुम रजी अल्लाहु तआला अनहा से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, अफ़ज़ल सदक़ा वो है,जो दुश्मन रिश्तेदार को दिया जाये। (तिबरानी)
हज़रत उम्मे कुलसुम रजी अल्लाहु तआला अनहा से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, अफ़ज़ल सदक़ा वो है,जो दुश्मन रिश्तेदार को दिया जाये। (तिबरानी)