दो नौजवानों की पाँच दिन आई एन ए तहवील

नई दिल्ली मार्च 01: दिल्ली की एक अदालत ने आज ममनूआ तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन के दो मुश्तबा कारकुनों को पाँच दिन की एन आई ए तहवील में देदिया है जो उन से हैदराबाद में हुए बम धमाकों के ताल्लुक़ से पूछताछ करेगी । अदालत ने ताहम तहक़ीक़ाती एजंसी के लापरवाह रवैये और तयारी के फ़ुक़दान पर सरज़निश की है ।

जब एन आई ए ने इन नौजवानों सयद मक़बूल और इमरान ख़ान को पूछताछ के लिए दस दिन की पुलिस तहवील में देने की दरख़ास्त की तो ज़िला जज आई एस महित ने एजंसी ( एन आई ए ) से कहा कि वो अदालत में तयारी के साथ रुजू हो और लापरवाह रवैया इख़तियार ना करे ।

जज ने दोनों नौजवानों को पाँच दिन तक एन आई ए की तहवील में देने की इजाज़त दी और कहा कि उन्हों ने एन आई ए को मुनासिब तयारी के लिए चार दिन का वक़्त दिया था लेकिन एजंसी हनूज़ तयार नहीं है । इसे में मुल्ज़िमीन की तहवील क्यों दी जानी चाहीए ? । मक़बूल और इमरान फ़िलहाल पुने धमाकों केस में तिहाड़ जेल में कैद हैं । उन्हें पूछताछ के लिए एन आई ए के सपुर्द करदिया गया है ।

एन आई ए का इल्ज़ाम है कि पिछ्ले साल इन नौजवानों ने इस मुक़ाम का दौरा किया था जहां हैदराबाद में बम धमाके हुए हैं। अदालत में मुबाहिस के दौरान एन आई ए ने कहा कि इन दोनों को हैदराबाद ले जाया जाएगा और मज़ीद सुराग़ हासिल करने पूछताछ की जाएगी । मुल्ज़िमीन की पैरवी करते हुए वकील महमूद प्राचेह ने एन आई ए की दरख़ास्त की मुख़ालिफ़त की और कहा कि उन्हें क़ानून के मुताबिक़ एजंसी की तहवील में नहीं दिया जा सकता ।

एन आई ए के मुताबिक़ ये धमाके मुबयना तौर पर पाकिस्तान से काम करने वाले रियाज़ भटकल की एमा पर किए गए हैं और इन दो नौजवानों से पूछताछ के ज़रीये हक़ीक़ी मंसूबे को बेनकाब किया जा सकता है । एन आई ए 25 फ़रव‌री को दरख़ास्त दायर करते हुए इन नौजवानों की तहवील मांगी थी ।