हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम के साबिक़ कप्तान मुहम्मद अज़हर-उद-दीन ने टीम के ओपनर शिखर धवन की बैटिंग की तकनीक में ख़ामी की निशानदेही करते हुए कहा कि खामियां उनके मसाइल में मज़ीद इज़ाफ़ा करेंगी और आइन्दा साल होने वाले वर्ल्ड कप में शिखर धवन के लिए काफ़ी सख़्त हालात होसकते हैं।
अपने एक ख़ुसूसी इंटरव्यू में अज़हर-उद-दीन ने कहा कि वो धवन को इंगलैंड में चैंपियनस ट्रॉफ़ी के दौरान ही देख चुके हैं और उनके मुकाबले में ओपनर की तकनीक में ख़ामी देख चुकी थी लेकिन वो इंगलैंड में रन स्कोर करने में कामयाब तो हुए थे लेकिन उनकी बैटिंग में ख़ामी ज़रूर थी।
अज़हर-उद-दीन के मुताबिक धवन की बैटिंग में बुनियादी ख़ामी पाई जाती है जिस की वजह से वो उछाल लेती गेंदों को खेलने में नाकाम हैं। अज़हर-उद-दीन ने मज़ीद कहा कि दौरा जुनूबी अफ़्रीक़ा से ओपनर्स हमें बेहतर शुरूआत फ़राहम करने में नाकाम हैं और अब जबकि वर्ल्ड कप न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में ही खेला जाएगा लिहाज़ा बैरूनी ममालिक की विकटों के बरताव और यहां के मौसम के हिसाब से टीम की कामयाबी में कलीदी रोल अदा करती है।
धवन की ख़ामियों की निशानदेही करते हुए अज़हर-उद-दीन ने कहा कि पहले तो धवन उछाल लेती गेंदों को छोड़ते नहीं हैं, दूसरी ख़ामी धवन चूँकि बैटिंग क्रीज़ से बाहर खड़े होकर बौलिंग का सामना करते हैं, जिससे उछाल लेती गेंदें उनके क़रीब जल्द पहुंच जाती है। अगर इसके बरअक्स धवन क्रीज़ में या कुछ अंदर ही ठहरें तो 145 किलो मीटर या इससे तेज़ रफ़्तार से आने वाली गेंदें उनके क़रीब किसी क़दर ताख़ीर से पहुंचेंगी, जिससे उनके पास ताख़ीर से गेंद को खेलने का मौक़ा रहेगा।
धवन के इलावा उन्होंने दीगर ओपनर्स का तज़किरा करते हुए कहा कि वीरेंद्र सहवाग फ़ार्म में नहीं हैं जबकि गौतम गंभीर भी उछाल लेती गीनदं के ख़िलाफ़ बेहतर नहीं हैं तो इन हालात में कप्तान महिन्द्र सिंह धोनी किया करसकते हैं। 99 टेस्ट और 334 वन्डे खेलने वाले अज़हर-उद-दीन ने सुरेश राना को टीम से बाहर करने के फ़ैसला को दरुस्त क़रार दिया और कहा कि इशांत शर्मा के मुक़ाम पर ऊमेश यादव को शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि वो बैरूनी विकटों पर टीम के लिए बेहतर इंतिख़ाब साबित होसकते हैं।