जुमे की नमाज के लिए सरकारी कर्मचारियों को अवकाश देने पर मचे सियासी घमासान ने उत्तराखंड सरकार को बैकफुट पर ला दिया है। फैसले पर उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक विपक्षी दलों का जोरदार विरोध देख सीएम के मीडिया सलाहकार को सफाई देने उतरना पड़ा।
गौरतलब है कि सीएम हरीश रावत की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट ने जुमे की नमाज अदा करने के लिए सरकारी कर्मचारियों को 90 मिनट का अवकाश देने अवकाश देने के फैसले पर मुहर लगाई थी। चुनाव से ठीक पहले मुस्लिम समुदाय के नाम पर लिए हरीश रावत के फैसले ने सियासी घमासान मचा दिया।
विपक्षी दलों ने कांग्रेस सरकार के फैसले को बांटने वाला बताया। वहीं सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी सरकार के फैसले का जोरदार विरोध हुआ।