नया लाइसेंस इशू नहीं फिर भी बिक रही शराब

गुजिशता 31 मार्च को शराब दुकानों की अनुज्ञप्ति खत्म होने के बाद उन्हें अब तक नया लाइसेंस इश्यू नहीं किया गया है। इसके बावजूद शहर इलाक़े में धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है। गुजिशता दरवाजों से बेची जा रही शराब की वजह से हुकूमत का आमदनी का घाटा तो हो ही रहा है। ऐसी भी इमकान लोग ज़ाहिर कर रहे है कि बंदी का फायदा उठा कर नकली शराब इलाके में खपायी जा रही है।

सनद रहे कि माली साल 2015-16 के दौरान शराब फरोख्त को लेकर नया लाइसेंस अब तक इश्यू नहीं हुआ है। जिस वजह से शराब दुकानों की शटर बंद है। लेकीन पिछले दरवाजों से मनमानी कीमतों के साथ फरोख्त हो रही है और तो और जिले में पाउच में देशी शराब पर बैन के बावजूद इतवार को तकरीबन 50 बोरा पाउच वाली देशी शराब उतारी जा रही थी। जब जिले में पाउच वाली देशी शराब की फरोख्त पर बैन लगा है तब खुलेआम शराब दुकानों में पाउच की सप्लाय कैसे की जा रही है?उसकी मौजूदगी नकली शराब को बाजार में खपाने की ओर इशारा करती है।

’’अभी लाइसेंस इशू नहीं होने की वजह से शराब दुकान बंद है और जिन जगहों पर शराब बेची जा रही है, वह गलत है। बिहार हुकूमत ने पाउच की फरोख्त पर पूरी तरह से बैन लगाते हुए बोतल में देशी शराब की सप्लाय का हुक्म जारी किया है। जहां तक गैर कानूनी तौर से शराब फरोख्त का सवाल है तो वसायलों की कमी की वजह से कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसकी इत्तिला पुलिस को दी जाएगी।

ललन हरिजन, दारोगा, पैदावार महकमा