तेलंगाना हुकूमत ने साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म पी वि नरसिम्हा राव की जयंती को सरकारी तौर पर मनाने का फ़ैसला किया है।
इस सिलसिले में चीफ़ सेक्रेटरी राजीव शर्मा ने जी ओ आर टी 89 जारी किया। अहकामात के मुताबिक़ 28 जून को पी वि नरसिम्हा राव की जयंती (यौम-ए-पैदाइश) तक़ारीब सरकारी तक़रीब के तौर पर मनाई जाएंगी।
तमाम मह्कमाजात के सरबराहों और ज़िला कलेक्टरस से दरख़ास्त की गई है कि वो 28 जून को बड़े पैमाने पर नरसिम्हा राव की यौम-ए-पैदाइश तक़ारीब का एहतेमाम करें।
इन तक़ारीब के अख़राजात मुताल्लिक़ा मह्कमाजात के बजट से मुकम्मिल किए जाएं। वाज़िह रहे कि तेलंगाना से ताल्लुक़ के सबब टी आर एस हुकूमत ने नरसिम्हा राव की जयंती तक़ारीब सरकारी तौर पर मनाने का फ़ैसला किया है, हालाँकि इस फ़ैसले से हुकूमत को अक़लियती तबक़ा की नाराज़गी का सामना करना पड़ सकता है।
हुकूमत ने अक़लियती तबक़ा के जज़बात को मल्हूज़ रखे बगै़र ही नरसिम्हा राव की जयंती सरकारी तक़रीब के तौर पर मनाने का फ़ैसला करलिया।
वाज़िह रहे कि बाबरी मस्जिद की शहादत को रोकने में वज़ीर-ए-आज़म की हैसियत से नरसिम्हा राव की नाकामी के बाद से अक़लियतों में नाराज़गी पाई जाती है। हत्ता कि ख़ुद कांग्रेस पार्टी ने नरसिम्हा राव से अमलन लाताल्लुक़ी का इज़हार करलिया।
उनकी जयंती या देहांत के दिन कांग्रेस पार्टी की तरफ से दिल्ली और हैदराबाद में भी कोई तक़रीब मुनाक़िद नहीं की जाती है। आंध्र प्रदेश में कांग्रेस हुकूमत के बावजूद चीफ़ मिनिस्टर और वुज़रा हमेशा इन तक़ारीब में शिरकत से गुरेज़ करते रहे लेकिन टी आर एसने सरकारी तौर पर तक़रीब मनाने का फ़ैसला किया है।