बिहार हुकूमत ने सूबे में नरेंद्र मोदी का नाम लेना भी जुर्म का ऐलान कर दिया है। दरभंगा के मिथिला विभूति पर्व में नरेंद्र मोदी का नाम लेने पर एडीजे मॉडर्न आरके मिश्र का तबादला सीआरपीएफ में कर दिया गया है। उन्हें वजह बताओ नोटिस भी दिया गया है।
भाजपा लीडर सुशील मोदी ने प्रेस कोन्फ्रेंस में कहा कि हुकूमत ने पहले तो उन पर ज़ाती महकमा कार्रवाई करने का मन बनाया, फिर वजह बताओ नोटिस दिया और आखिर में उनका तबादला सीआरपीएफ में कर दिया गया। 23 नवंबर को उन्होंने मिथिला विभूति पर्व में नरेंद्र मोदी की बहस करते हुए कहा था कि वे भी जब बिहार आये थे, तो उन्होंने मैथिली भाषा की तारीफ की थी।
प्रोग्राम में दरभंगा के कमिशनर वंदना किनी और मिथिला और संस्कृत विवि के वाइस चांसलर भी थे, लेकिन उनसे न तो वजह पूछा गया, और न उनका तबादला किया गया। उन्होंने बिहार हुकूमत से पूछा है कि क्या कोई ओहदेदार नरेंद्र मोदी पर बहस नहीं कर सकता? क्या यह जुर्म है? आरके मिश्र दाखला महकमा से ताल्लुक हैं। यह महकमा वजीरे आला के ही पास है। बिना उनकी मंजूरी के यह कार्रवाई मुमकिन नहीं थी। उन्होंने इस वाकिया को सियासी करार दिया है। उन्होंने हुकूमत से इस मामले का सच आम करने की मुतालिबा की है।