लखनऊ, १४ दिसम्बर: ( नाफ़े क़दवाई) उत्तरप्रदेश की वज़ीर-ए-आला और् बी एस पी सरबराह मायावती के मोतमिद ख़ास कहे जाने वाले रियास्ती वज़ीर नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी के ख़िलाफ़ अगरचे बदउनवानीयों-ओ-बे क़ाईदगियों की कल मिला कर तीन शिकायात लोक आयुक़्त मिस्टर जस्टिस एन के बरोतरा के सामने दाख़िल हुई थीं, लोक आयुक़्त ने नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी के ख़िलाफ़ दर्ज एक शिकायत जो बांदी के एक शख़्स ने दर्ज करवाई थी जिस में नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी के ख़िलाफ़ आमदनी से ज़्यादा असासी, इमलाक और अपने ख़ानदान को अपने ओहदा का बेजा इस्तिमाल करके ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदा पहुंचाने का इल्ज़ाम लगाया था, इस शिकायत के साथ दरख़ास्त गुज़ार ने चूँकि मतलूबा काग़ज़ात नहीं पेश किए थे इस लिए लोक आयुक़्त ने इस को देख कर पहली ही नज़र में मुस्तर्द कर दी।
नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी के ख़िलाफ़ दो शिकायात जगदीश निरावन शुक्ला ने दाख़िल की हैं जिन में नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी पर इल्ज़ाम है कि उन्हों ने बांदी, बारह बनकी, लखनऊ समेत कई अज़ला में आमदनी से कहीं ज़्यादा असासी, इमलाक जमा करली हैं। उन्हों ने अपने अज़ीज़-ओ-अका़रिब को ख़ूब फ़ायदा पहुंचाया है।
जगदीश निरावन शुक्ला की इन दोनों दरख़ास्तों पर लोक आयवकत ग़ौर कररहे हैं। दूसरी तरफ़ लोक आयुक़्त ने रियासत के वज़ीर बराए नक़ल-ओ-हमल राम एल राज पर दुबारा नोटिस दे कर उन्हें 21 दिसम्बर तक जवाब दाख़िल करने की हिदायत की है।रियास्ती वज़ीर ने इस सिलसिला में लोक आयुक़्त को अपना जवाब भेज कर अपना मौक़िफ़ वाज़िह करने की कोशिश की लेकिन लोक आयवकत रियास्ती वज़ीर के जवाब से मुतमइन नहीं हुई। उन्हों ने मुकर्रर नोटिस जारी करके जवाब 21 दिसम्बर तक तलब किया है।
लोक आयुक़्त के पास नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी के ख़िलाफ़ दर्ज शिकायात पर सभी की नज़रें लगी हुई हैं क्योंकि नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी वज़ीर-ए-आला मायावती के सब से मोतमिद ख़ास वज़ीर हैं और अगर वो किसी मुश्किलात में फंसते हैं तो इस से मायावती की साख मुतास्सिर हो सकती है और असैंम्बली इलैक्शन में इस का मनफ़ी असर पड़ेगा।
फ़िलहाल नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी मुस्लिम महासम्मेलन जो कि 18 दिसम्बर को लखनऊ के रामा भाई पार्क गिरती नगर में मुनाक़िद होने वाला है और मायावती ख़िताब करेंगी, इस महासम्मेलन को कामयाब बनाने नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी अपने ख़िलाफ़ बदउनवानीयों की शिकायात से बे परवाह होकर जलसों से ख़िताब कर रहे हैं।